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Karnataka Election 2023: कांग्रेस के दिग्गज सिद्धारमैया और शिवकुमार के खिलाफ BJP ने उतारे अपने बड़े नेता, होगा कड़ा मुकाबला

Karnataka Election 2023: इस कदम के पीछे BJP नेतृत्व की मंशा ये लग रही है कि सिद्धरमैया (Siddaramaiah) और डी के शिवकुमार (D K Shivakumar) दोनों अपने-अपने क्षेत्रों से जिता ज्यादा हो सके उतना बंध जाएं, ताकि कांग्रेस की जीत के लिए दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में उनका प्रचार और रणनीति बनाना सीमित हो सके

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 12, 2023 पर 7:09 PM
Karnataka Election 2023: कांग्रेस के दिग्गज सिद्धारमैया और शिवकुमार के खिलाफ BJP ने उतारे अपने बड़े नेता, होगा कड़ा मुकाबला
कांग्रेस के दिग्गज सिद्धारमैया और शिवकुमार के खिलाफ BJP ने उतारे अपने दिग्गज नेता

Karnataka Election 2023: कर्नाटक की दो सीटों पर कड़ा मुकाबला होने की संभावना लग रही है, क्योंकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेताओं सिद्धरमैया (Siddaramaiah) और डी के शिवकुमार (D K Shivakumar) के खिलाफ पार्टी के बड़े नेताओं को मैदान में उतार दिया है। हालांकि, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस प्रमुख शिवकुमार और विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया बुधवार को इसको लेकर बेफिक्र नजर आए।

BJP ने मंगलवार को 189 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी करते हुए वरिष्ठ मंत्री वी सोमन्ना को वरुणा विधानसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ जबकि आर अशोक को कनकपुरा सीट पर कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार के खिलाफ खड़ा किया। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा, "उन्हें चुनाव लड़ने दीजिये...मैं उनका स्वागत करता हूं, जो भी मेरे खिलाफ चुनाव लड़ेगा, मैं उसका स्वागत करता हूं।"

शिवकुमार ने कहा, "मैं उन्हें (अशोक को) शुभकामनाएं देता हूं। राजनीति में मुकाबला होना चाहिए। ये मेरे लिए कोई नई बात नहीं है, क्योंकि मैंने 1985 में एच डी देवेगौड़ा के खिलाफ चुनाव लड़ा था, बाद में एच डी कुमारस्वामी के खिलाफ। मेरा जीवन एक संघर्ष है, मैं लड़ना जारी रखूंगा।"

न्यूज एजेंसी PTI ने पार्टी सूत्रों के हवाले से बताया, इस कदम के पीछे BJP नेतृत्व की मंशा ये लग रही है कि सिद्धरमैया और शिवकुमार दोनों अपने-अपने क्षेत्रों से जिता ज्यादा हो सके उतना बंध जाएं, ताकि कांग्रेस की जीत के लिए दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में उनका प्रचार और रणनीति बनाना सीमित हो सके।

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