Maha Kumbh Mela 2025: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार (25 फरवरी) को उस दावे पर सवाल उठाया कि इस साल महाकुंभ मेला 144 वर्षों के अंतराल के बाद हो रहा है। उन्होंने विशेषज्ञों से इस दावे की सत्यता की जांच करने का आग्रह किया। साथ ही महाकुंभ के दौरान भगदड़ में कई लोगों की मौत होने का आरोप लगाते हुए मांग की है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ितों के परिवारों के लिए घोषित मुआवजा तत्काल जारी करे।
बनर्जी ने राज्य सचिवालय में पत्रकारों से कहा कि मैं उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करती हूं कि चूंकि उन्होंने कुंभ मेले में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की है, इसलिए उन्हें तत्काल यह राशि जारी करनी चाहिए। यूपी सरकार ने कुंभ मेले के दौरान भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी।
144 साल के दावे पर उठाए सवाल, 'मृत्यु कुंभ' पर दी सफाई
ममता बनर्जी ने दावा किया कि प्रयागराज में आयोजित होने वाला प्रमुख धार्मिक आयोजन महाकुंभ 144 साल बाद नहीं हो रहा है। वहीं, 'मृत्यु कुंभ' वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं के बारे में कभी नहीं कहा। मैं उनका सम्मान करती हूं। मैं प्रयागराज के महाकुंभ की व्यवस्था और तैयारी की बात कर रही हूं। टीएमसी प्रमुख ने पिछले दिनों बीजेपी के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार की महाकुंभ मेले के कथित कुप्रबंधन के लिए आलोचना की थी। इस दौरान उन्होंने विशाल आध्यात्मिक समागम को 'मृत्यु कुंभ (Mrityu Kumbh)' कहा था।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, सीएम ममता बनर्जी ने कहा, "144 साल बाद महाकुंभ आएगा। यह सही नहीं है। अगर मैं गलत हूं, तो मुझे सुधारें। मेरी जानकारी के अनुसार, पुण्य स्नान (पवित्र डुबकी) की व्यवस्था हर साल आती है। दरअसल, हम गंगासागर मेला आयोजित करते हैं। इसलिए मुझे पवित्र डुबकी के बारे में पता है। मैंने महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने वाले तीर्थयात्रियों के बारे में कभी नहीं कहा... मैं उनका सम्मान करती हूं। मैं वहां की व्यवस्था और तैयारी की बात कर रही हूं। अगर कोई योजना नहीं होगी, तो लोग परेशान होंगे। मैं योगी सरकार से अपील करती हूं कि वह महाकुंभ 2025 भगदड़ में मरने वालों को मुआवजा दे।"
महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर जुटी भारी भीड़ के दौरान भगदड़ में 30 लोगों की दुखद मृत्यु हुई थी। जबकि इस हादसे में करीब 60 श्रद्धालु घायल हुए थे। महाकुंभ मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ। यह 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पर्व के साथ इसका समापन होगा। अब तक 60 करोड़ से अधिक लोग पवित्र स्नान कर चुके हैं।