आत्मविश्वास से भरे मानेक शॉ ने कहा था कि "यदि मैं पाकिस्तान का सेना प्रमुख होता तो उसी देश की जीत होती।" उस पर रक्षा मंत्री रहे जगजीवन राम ने कहा कि "मानेक शॉ" नकली फिल्ड मास्टर हैं। युद्ध की सारी व्यूह रचना मैंने की थी। यह बात और है कि जनता ने श्रेय प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी को दिया। उनके दल के एक सांसद ने उन्हें दुर्गा की उपाधि दे दी। बांग्ला देश को लेकर भारत-पाक युद्ध में भारत की विजय का श्रेय लेने के सवाल पर तब महारथियों के बीच अच्छी-खासी खींचतान चली थी।