पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने भ्रष्टाचार के मामले में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री मान ने मंगलवार को बताया कि उन्होंने अपनी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला (Vijay Singla) को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भ्रष्टाचार के आरोप में पंजाब कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने के तुरंत बाद विजय सिंगला गिरफ्तार भी कर लिए गए हैं।
भगवंत मान ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि सिंगला अपने विभाग के हर टेंडर में कथित रूप से एक प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने ये फैसला लिया।
ANI के मुताबिक, मान ने कहा, "मेरे संज्ञान में एक मामला आया कि मेरी सरकार का एक मंत्री (विजय सिंगला) हर टेंडर के लिए 1% कमीशन की मांग कर रहा है। मैंने इसे गंभीरता से लिया। मैं उस मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं और उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त कर रहा हूं।"
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "साथ ही पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश भी दे रहा हूं। वो अपने विभाग में भ्रष्टाचार में लिप्त थे, उन्होंने यह कबूल भी किया है। AAP पार्टी की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है।"
मान की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए, आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा, "आप पर गर्व है भगवंत। आपकी ये कार्रवाई देख मेरी आंखों में आंसू आ गए। आज पूरा देश आप पर गर्व महसूस कर रहा है।"
52 साल के विजय सिंगल मनसा विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में पंजाबी गायक और कांग्रेस प्रत्याशी शुभदीप सिंह सिद्धू को हराया था। वह पेशे से एक दंत चिकित्सक (Dentists) हैं।
AAP प्रमुख में अरविंद केजरीवाल ने सरकार बनते ही पंजाब में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने का वादा किया था। मान के मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद, केजरीवाल ने कहा था कि AAP सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में भ्रष्टाचार को खत्म कर दिया है। अब भगवंत मान और उनके मंत्री भी पंजाब में एक ईमानदार सरकार चलाएंगे।