कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahuk Gandhi) मंगलवार को उस वक्त विवादों में घिर गए जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने 'लोगों को शराब पीकर सड़क पर लेटे हुए देखा।' 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र अमेठी में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि "उत्तर प्रदेश का भविष्य रात को शराब पीकर नाच रहा है।" राहुल गांधी के इस विवादित बयान के बाद बवाल मच गया है। भारतीय जनता पार्टी ने इसे काशी का अपमान करार देते हुए कांग्रेस नेता पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी में कहा, "मैं वाराणसी गया और मैंने देखा की रात को बाजा बज रहा है। वहां पर शराब पिए सड़क पर लेटे हुए लोग बाजा बजा रहे हैं। उत्तर प्रदेश का भविष्य रात को शराब पीकर नाच रहा है... दूसरी तरफ राम मंदिर है जिसमें पीएम मोदी दिखेंगे, अंबानी दिखेंगे... आपको हिंदुस्तान के सभी अरबपति दिखेंगे लेकिन एक भी पिछड़ा या दलित व्यक्ति नहीं दिखेगा।"
राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ने कहा, "किस भ्रम की स्थिति में राहुल गांधी घूम रहे है ये मैं नहीं जानती लेकिन उन्हें कोई अधिकार नहीं कि काशी, काशीवासियों और यूपी के नौजवानों का अपमान करे। उत्तर प्रदेश की युवा पीढ़ी मेहनती है...उनसे हम माफी की अपेक्षा नहीं करते हैं माफी वो मांगता है जिसमें शर्म हो और संस्कार हो जो कि राहुल गांधी में नहीं है...राहुल गांधी के मन में उत्तर प्रदेश के लिए विषभरा है ये उनके टिप्पणी से पता चलता है।"
ईरानी ने आगे कहा, "कांग्रेस का भविष्य अंधकार में है, लेकिन उत्तर प्रदेश का भविष्य विकास की ओर बढ़ रहा है। मेरी सोनिया गांधी को सलाह है कि अगर वह अपने बेटे को अच्छी परवरिश नहीं दे सकती हैं, तो कम से कम उनसे टिप्पणी न करने के लिए कहें।"
वहीं, कांग्रेस सांसद के बयान पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, "यह बहुत दुखद है, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। उत्तर प्रदेश के युवाओं में बहुत ऊर्जा है और वे प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। युवाओं के संबंध में इस तरह की बयानबाजी निंदनीय है।" जबकि उत्तर प्रदेश के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी राहुल गांधी की टिप्पणी की आलोचना की और मांग की कि उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने समाचार एजेंसी ANI से कहा, "ऐसे बयान सुनना दुखद है जब केंद्र द्वारा भारतीय संस्कृति को दुनिया भर में ले जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। हमारी संस्कृति सार्वजनिक रूप से शराब पीने की अनुमति नहीं देती है। मैं कह सकता हूं कि मेरे परिवार में कोई भी सार्वजनिक रूप से शराब का सेवन नहीं करता है, लेकिन क्या राहुल ऐसा कर सकते हैं।"