Get App

सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन, पार्टी ने लोकसभा का बनाया था उम्मीदवार

Shafiqur Rahman Barq Death: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का 94 साल की उम्र में निधन हो गया। उनका मुरादाबाद के एक अस्पताल में पिछले कई दिनों से इलाज चल रहा था। उन्होंने 5 बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है। साल 1996, 1998, और साल 2004 में वो सपा से मुरादाबाद लोकसभा सीट से 3 बार जीत हासिल की है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 27, 2024 पर 11:53 AM
सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन, पार्टी ने लोकसभा का बनाया था उम्मीदवार
Shafiqur Rahman Barq Death: संभल से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क कई दिनों से बीमार चल रहे थे।

Shafiqur Rahman Barq Death: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और संभल से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन हो गया। बर्क 94 साल के थे। शफीकुर्रहमान बर्क पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। मुरादाबाद के एक अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था। पिछले दिनों सपा मुखिया अखिलेश यादव उनसे मिलने अस्पताल भी गए थे। आगामी लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उन्हें संभल से प्रत्याशी बनाया था। डॉक्टरों ने उन्हें किडनी में इन्फेक्शन की समस्या बताई थी। शफीकुर्रहमान लोकसभा में सबसे बुजुर्ग सांसद थे। शफीकुर्रहमान बर्क चार बार विधायक और पांच बार सांसद रहे हैं।

उन्होंने पहली बार समाजवादी पार्टी की टिकट पर 1996 में लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। वहीं, वह 2014 के मोदी लहर में भी बर्क बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी। अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहने वाले शफीकुर्रहमान बर्क़ मुसलमानोंके हितोंको लेकर हमेशा मुखर रहे थे।

सपा ने बनाया प्रत्याशी

बता दें कि सपा के कद्दवार नेता रहे शफीकुर्रहमान बर्क 2019 में 17 वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे। 17वीं लोकसभा में वे सबसे उम्र उम्र दराज सांसद थे। सपा ने 90 साल की उम्र पार कर लेने के बाद भी उन्हें फिर से अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन वह चुनाव से पहले ही उनका निधन हो गया। सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का विवादों से पुराना नाता रहा है। CAA- NRC से लेकर राम मंदिर, ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दों पर उन्होंने हमेशा विवादित बयान दिया है। वहीं पिछले साल उनके सपा से भी नाराज चलने की खबर सामने आई थी।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें