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'श्रीलंका को भारत के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने देंगे': राष्ट्रपति दिसानायके ने पीएम मोदी को दिया आश्वासन

Sri Lanka president visits India: भारत और श्रीलंका ने अपनी साझेदारी को विस्तार देने के लिए भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण अपनाते हुए रक्षा सहयोग समझौता को जल्द अंतिम रूप देने का संकल्प लिया है। ये निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के बीच हुई व्यापक वार्ता के दौरान लिए गए

Akhileshअपडेटेड Dec 17, 2024 पर 10:24 AM
'श्रीलंका को भारत के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने देंगे': राष्ट्रपति दिसानायके ने पीएम मोदी को दिया आश्वासन
Sri Lanka president visits India: प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के साथ सोमवार को व्यापक वार्ता की

Sri Lanka president visits India: श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने सोमवार (16 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्पष्ट रूप से आश्वासन दिया कि द्वीप राष्ट्र की धरती का भारत के हितों के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा। यह आश्वासन श्रीलंका पर प्रभाव बढ़ाने के चीन के प्रयासों पर भारत की चिंताओं के बीच आया है। भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए दिसानायके ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ व्यापक बातचीत की। इस दौरान भारत और श्रीलंका ने अपनी साझेदारी को विस्तार देने के लिए एक रक्षा सहयोग समझौते को जल्द अंतिम रूप देने का संकल्प लिया। साथ ही बिजली ग्रिड कनेक्टिविटी एवं बहु-उत्पाद पेट्रोलियम पाइपलाइन स्थापित कर ऊर्जा संबंधों को मजबूत करने का निर्णय भी लिया।

पीएम मोदी ने अपने मीडिया बयान में कहा कि वह और श्रीलंकाई राष्ट्रपति इस बात पर पूर्ण सहमत हैं कि दोनों देशों के सुरक्षा हित आपस में जुड़े हैं। इस क्रम में सुरक्षा सहयोग समझौते को शीघ्र अंतिम रूप देने का निर्णय लिया गया। पीएम मोदी ने दिसानायके को आर्थिक सुधार और स्थिरता का प्रयास कर रहे द्वीप राष्ट्र को भारत के लगातार समर्थन से अवगत कराया। दो साल पहले श्रीलंका को बड़े पैमाने पर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा था। तब भारत ने उसे चार अरब अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता दी थी।

पीएम मोदी का बयान

दोनों नेताओं ने अधिकारियों को ऋण पुनर्गठन पर द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन पर चर्चा को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया। पीएम मोदी ने कहा, "हमने अपनी साझेदारी के लिए भविष्यवादी दृष्टिकोण अपनाया है। हमने अपनी आर्थिक साझेदारी में निवेश आधारित विकास और संपर्क पर जोर दिया है।" उन्होंने कहा, "हमने तय किया है कि भौतिक, डिजिटल और ऊर्जा संपर्क हमारी साझेदारी के प्रमुख स्तंभ होंगे। हम दोनों देशों के बीच बिजली-ग्रिड संपर्क और बहु-उत्पाद पेट्रोलियम पाइपलाइन स्थापित करने की दिशा में काम करेंगे।"

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