Paris Olympics Opening Ceremony: पेरिस में 2024 ओलंपिक शुरू हो गए हैं। शुक्रवार को रंगारंग उद्घाटन समारोह के जरिए 33वें ओलंपिक खेलों का शुभारंभ किया गया। लेकिन इस बीच परफॉरमेंसेज में ड्रैग-क्वीन थीम के साथ ईसा मसीह के अंतिम भोज की नकल वाली परफॉरमेंस ने अंतरराष्ट्रीय आक्रोश को जन्म दे दिया। सोशल मीडिया पर लोग इसे ईसाइयों का अपमान बता रहे हैं और इसके प्रति अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। बता दें कि जब कोई व्यक्ति मनोरंजन के उद्देश्य से विपरीत जेंडर के कपड़े पहनता है तो उसे "ड्रैग" कहा जाता है।
ड्रैग क्वीन आमतौर पर पुरुष होते हैं, जो मनोरंजन के उद्देश्य से फीमेल जेंडर की नकल करने और अक्सर उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के लिए ड्रैग कपड़ों और मेकअप का इस्तेमाल करते हैं। ऐतिहासिक रूप से, ड्रैग क्वीन आमतौर पर समलैंगिक पुरुष रहे हैं।
क्या था विवादास्पद परफॉरमेंस में
विवाद वाली परफॉरमेंस में ड्रैग क्वीन्स के बीच मुकुट पहने एक महिला को यीशु के रूप में दिखाया गया। यह परफॉरमेंस प्रख्यात कलाकार लियोनार्डो दा विंची की एक पेंटिंग "द लास्ट सपर" की नकल थी। पूर्व ट्रांसजेंडर इंफ्लूएंसर ओली लंदन ने लिखा, "ओलंपिक में खुलेआम यीशु के अंतिम भोज का मजाक उड़ाया गया। महिलाओं के कपड़े पहने ड्रैग क्वीन, शिष्यों की भूमिका में थे, जबकि बीच में एक प्लस साइज महिला दिखाई दी, जो एक विशाल मुकुट पहने यीशु का प्रतीक है।"
ईसा मसीह यानी भगवान यीशु के अंतिम भोज को ईसाई धर्म की सबसे पवित्र घटनाओं में से एक माना जाता है। यह वह भोज है जिसे, यीशु ने सूली पर चढ़ने से पहले येरूशलेम में अपने शिष्यों के साथ खाया था।
एलॉन मस्क ने भी जताई नाराजगी
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कई राजनीतिक हस्तियों, विशेष रूप से अमेरिकी राजनीति से जुड़ी हस्तियों ने इस परफॉरमेंस की निंदा की। टेस्ला फाउंडर और सीईओ एलॉन मस्क ने भी इस परफॉरमेंस को लेकर अपनी नाराजगी जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "यह ईसाइयों के लिए बेहद अपमानजनक था।" कई लोग तो इस बात से हैरान हैं कि ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह में इस तरह की परफॉरमेंस हो रही हैं।