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Opium Processing: अफीम प्रोसेसिंग के बिजनेस में ज्यादा मार्जिन और तगड़ा मुनाफा है: अनिल सी जैन

इंडिया में Opiate Business के लिए सख्त नियम और शर्तें हैं। ऐसे में इस बिजनेस में प्राइवेट सेक्टर की एंट्री को बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। इससे कई तरह के alkaloids के आयात पर इंडिया की निर्भरता घटेगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 21, 2022 पर 11:11 PM
Opium Processing: अफीम प्रोसेसिंग के बिजनेस में ज्यादा मार्जिन और तगड़ा मुनाफा है: अनिल सी जैन
इंडिया में ओपिअम-प्रोसेसिंग बिजनेस 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सरकार ने Bajaj Healthcare को Opium (अफीम) में पाए जाने वाले alkaloids और एक्टिव फार्मास्युटिकल्स इंग्रेडिएंट्स की सप्लाई के लिए ऑर्डर दिया है। बजाज हिंदुस्तान इंडिया की पहली प्राइवेट कंपनी है जिसे सरकार से यह ऑर्डर मिला है। इंडिया में नशे से जुड़े बिजनेस (Opiate Business) के लिए सख्त नियम और शर्तें हैं। ऐसे में इस बिजनेस में प्राइवेट सेक्टर की एंट्री को बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। इससे कई तरह के alkaloids के आयात पर इंडिया की निर्भरता घटेगी। मनीकंट्रोल ने इस बारे में बजाज हेल्थकेयर के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल सी जैन से बातचीत की।

अफीम प्रोसेसिंग (Opium-processing)  के बिजनेस के उतरने के बारे में जैन ने कहा कि इसका आइडिया हमें फाइजर (Pfizer) से मिला। फाइजर अपने प्रोडक्ट Corex में alkaloids का इस्तेमाल करती है। हमने इस बारे में पूरी जानकारी हासिल की। हमें ज्यादा मार्जिन वाले इस बिजनेस में अच्छा मौका दिखा। इस तरह हमारी एंट्री ओपिअम-प्रोसेसिंग बिजनेस में हुई।

उन्होंने बताया कि इंडिया में ओपिअम-प्रोसेसिंग बिजनेस 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है। सरकार 500-700 टन की प्रोसेसिंग करती है, लेकिन डिमांड इससे ज्यादा है। हमें सरकार की तरफ से बताया गया है कि यह लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट है। इस बिजनेस का EBITDA 20 से 25 फीसदी है।

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