Atiq Ahmed Son Asad Encounter News: उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने आखिरकार प्रयागराज में 2005 में हुए BSP विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal Murder Case) की हत्या में शामिल गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed) को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। कुछ समय पहले तक असद के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था। लेकिन, 24 फरवरी को प्रयागराज की एक व्यस्त सड़क पर दिनदहाड़े उमेश पाल की हत्या करने वाले आधा दर्जन शूटरों का नेतृत्व करने वाला असद उत्तर प्रदेश का 'मोस्ट वांटेड' था। यूपी पुलिस की कई टीमें असद की तलाश कर रही थी।
उत्तर प्रदेश STF ने गुरुवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी शूटर गुलाम को एनकाउंटर में मार गिराया। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित आरोपी पांच-पांच लाख रूपये के इनामी असद और गुलाम की STF के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि एनकाउंटर में मारे गए आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। बता दें कि साल 2005 में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मृतक उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, असद सहित दो बेटों, शूटर गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा 9 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
असद गैंगस्टर से नेता बना अतीक अहमद का तीसरा बेटा था। कहा जाता है कि पिछले साल अगस्त में अतीक के खूंखार गैंग की बागडोर अपने दो बड़े भाइयों के अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद संभाली थी। यूपी पुलिस के सूत्रों ने News18 को बताया कि असद लखनऊ से काम करता था, जहां से उसने एक टॉप स्कूल से 12वीं कक्षा पास की थी। लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए विदेश नहीं जा सका, क्योंकि उसके परिवार के आपराधिक इतिहास के कारण उसका पासपोर्ट क्लियर नहीं हो पाया था। उमेश पाल हत्याकांड से पहले वह पुलिस के रडार पर नहीं था।
5 लाख रुपये का इनाम घोषित
असद पर अब उसके परिवार के किसी भी अन्य सदस्य की तुलना में सबसे अधिक (5 लाख रुपये का) इनाम था। उसका पिता गैंगस्टर अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, जबकि उसका चाचा अशरफ यूपी की बरेली जेल में बंद है। उनकी अनुपस्थिति में अतीक के दो बड़े बेटे उमर और अली पिछले कुछ वर्षों में खूंखार गैंग को लीड करते थे। वहीं, असद पढ़ाई कर रहा था।
पुलिस को संदेह है कि असद ने उमेश पाल की हत्या की योजना बनाने के लिए जेल से अतीक और अशरफ से निर्देश लिए थे, जिनके साथ अहमद परिवार की लंबे समय से दुश्मनी चल रही है। असद को अन्य शूटरों के साथ एक SUV से निकलते हुए और पिस्तौल के साथ उमेश पाल पर गोली चलाते हुए CCTV कैमरों में देखा गया था।
भाइयों के जेल जाने के बाद संभाली गैंग की कमान
अतीक का सबसे बड़ा बेटा उमर 2018 में तब सुर्खियों में आया था, जब उसने लखनऊ में एक प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल का अपहरण कर लिया। बाद में रंगदारी न देने पर जायसवाल पर हमला किया गया था। अतीक के दूसरे बेटे अली पर भी हत्या के प्रयास और रंगदारी के मामले दर्ज हैं।
जांच एजेंसियों द्वारा इनाम घोषित किए जाने के बाद दोनों भाइयों ने पिछले साल जुलाई में अदालतों में आत्मसमर्पण कर दिया था। उन्हें डर था कि यूपी पुलिस उनका एनकाउंटर कर देगी। यूपी पुलिस के अधिकारियों को शक है कि इसके बाद ही असद ने अतीक गैंग की बागडोर संभाली।
अतीक के दो और बेटे आजम और अबान हैं, जो नाबालिग हैं। दोनों क्रमश: 10वीं और 8वीं कक्षा में पढ़ते हैं। आजम और अबान वर्तमान में एक जुवेनाइल सेटंर में बंद हैं। प्रवीण भी उमेश पाल मामले में आरोपी है और लापता बताया जा रहा है। उसकी मां शाइस्ता परवीन भी उमेश पाल मामले में आरोपी है। फिलहाल, वह लापता बताई जा रही हैं।