Badhal Benefits: आम और जामुन के मौसम में भारत के तमाम गांवों में एक और फल पाया जाता है। इस फल की चर्चा बहुत कम होती है। इन दिनों यह पल गुमनामी के अंधेरे में जा रहा है। कटहल की तरह ही दिखने वाले और साइज में छोटे इस फल को लोग बड़हल (Monkey Jack or Badhal) के नाम से जानते हैं। भारत के अलग-अलग राज्यों में इस फल को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। बड़हल का फल पकने के बाद हल्के लाल और पीले रंग का हो जाता है। पकने के बाद इसका स्वाद खट्टा-मीठा रहता है। यह फल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है।
बरसात के मौसम में ही बड़हल बाजार में मिलता है। यह करीब 5 रुपये मिल जाता है। इसको बड़हर, मंकी फ्रूट, आर्टोकार्पस लकूचा, धेउ, लकुच और दाहे के नाम से भी जाना जाता है। इसके सेवन से पेट साफ रहता है और शरीर में एनर्जी को बूस्ट करता है। यह कफनाशक भी है। शरीर की गर्मी को भी दूर करता है।
बड़हल में है पोषक तत्वों का भंडार
बड़हल के फल में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ सेहत के लिए उपयोगी तमाम मिनरल्स आदि पाए जाते हैं। इस फल को विटामिन का भंडार भी माना जाता है। बड़हल में विटामिन C, बीटा कैरोटीन, जिंक, कॉपर, आयरन, मैंगनीज भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा बड़हल के फल में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण भी पाए जाते हैं। बड़हल का फल ही नहीं इसके बीज भी सेहत के लिए असरदार माने जाते हैं। हालांकि बड़हल को जरूरत के अधिक खाना नुकसानदायक भी हो सकता है।
लिवर के लिए बेहद फायदेमंद है बड़हल
लिवर के लिए बड़हल से बेहतर कोई फल नहीं है। बड़हल में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो लिवर के लिए फायदेमंद हैं। रोजाना बड़हल खाने से लिवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है। इसे कच्चा या पका हुआ दोनों तरीके से खा सकते हैं।
बड़हल से डाइजेशन रहता है दुरुस्त
बड़हल के फल का सेवन करने से पाचन शक्ति मजबूत रहती है। बड़हल के बीजों को सुखाकर इसका पाउडर बनाएं। अपच की समस्या होने पर इस पाउडर का इस्तेमाल करें। घरेलू इलाज के लिए पाउडर को स्टोर भी कर सकते हैं। कब्ज से परेशान हैं तो सीधे बड़हल खा भी सकते हैं। इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कब्ज से छुटकारा दिलाता है।
बड़हल में मौजूद आयरन और अन्य पोषक तत्व शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने में बेहद कारगर माने जाते हैं। रोजाना बड़हल खाया जाए तो शरीर में खून की कमी से होने वाली बीमारी एनीमिया से भी बचा जा सकता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व खून को साफ करने का काम भी करते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक, बड़हल का फल एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसके सेवन से स्किन में झुर्रियां नहीं आती हैं। यह त्वचा के घाव, स्किन एजिंग जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में भी असरदार माना जाता है। इसके लिए बड़हल के पेड़ की छाल को सुखाकर पाउडर बना लें। इसके बाद इसे लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है। इसके इस्तेमाल से आपकी उम्र तो बढ़ेगी पर स्किन जवां दिखेगी।