BAR, PUB, Club & Lounge: पार्टी का नाम आते ही लोगों के दिमाग में बार, क्लब, पब और लाउंज जैसे ख्याल आने लगते हैं। आप भी शायद अपने जीवन में कई बार इन जगहों पर गए होंगे। इन जगहों का अनुभव भी किया होगा। अगर नहीं भी गए तो इन सबका नाम तो आपने भी जरूर सुना होगा। कई लोग ऐसे भी हो सकते हैं, जो इन जगहों पर कई बार गए हैं। लेकिन इनमें अंतर नहीं मालूम। ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर पब, बार, क्लब और लाउंज में क्या अंतर होता है? इसके अतिरिक्त ये सभी जगह गेट-टुगेदर प्लेस के अलावा एक-दूसरे से कितनी अलग होती हैं?
बार ऐसी जगह है जहां शराब बेचने की अनुमति होती है। बार में शराब सर्व की जा सकती है। यहां बैठकर ड्रिंक भी कर सकते हैं। हालांकि, ड्रिंक खत्म होने के बाद आप यहां ज्यादा समय तक नहीं रुक सकते। यहां खाने के लिए कुछ मिल सकता है। बार को चलाने के लिए खास अनुमति की जररूत होती है।
पब एक पब्लिक हाउस की तरह होता है। कहा जाता है कि पब्लिक बिल्डिंग शब्द को संक्षेप में पब कहते हैं। पब ब्रिटिश कल्चर का हिस्सा है। कहा जाता है कि 1660 के दशक में कुछ पब्लिक बिल्डिंग्स को शराब बेचने का लाइसेंस मिला। यहां एल्कोहॉलिक ड्रिंक सर्व की जाती है। यहां आपको होम-लाइक वातावरण मिलता है। बार की तरह यहां निश्चित स्थान पर बैठकर ही शराब पीने जैसे नियम नहीं होते हैं। पब में माहौल काफी अलग होता है। यहां आप डांस आदि कर सकते हैं। इसके अलावा भी यहां कई तरह की एक्टिविटी होती हैं।
कहा जाता है कि लाउंज की उत्पत्ति फ्रेंच शब्द s'allonger से हुई है। जिसका मतलब है पूरी तरह से खुलकर लेटना। यह एक ऐसी जगह है जिसका मकसद बैठने वालों को रिलैक्स्ड महसूस कराना है। कम्फर्ट ही लाउंज की सबसे बड़ी यूएसपी है। यानी मेहमानों को आराम महसूस कराना। यहां आम तौर पर बैठने के लिए चौड़े सोफे होते हैं। खामोश या बेहद कम शोरगुल वाला माहौल होता है। मनोरंजन के संसाधन मसलन टीवी, पूल जैसी सुविधाएं भी हो सकती हैं। लाउंज अक्सर एयरपोर्ट, होटलों आदि में होते हैं।
बार और पब के मुकाबले क्लब में जगह ज्यादा होती है। यहां आपको एक बड़ा डांस फ्लोर या डांस स्टेज देखने को मिलता है। क्लब जाने के लिए एंट्री फीस देनी होती है। इसके अलावा यहां मेंबरशिप के जरिए भी लोगों की एंट्री होती है। लंबे समय तक इंजॉय करने के लिए लोग क्लब प्रेफर करते हैं। यहां शराब नहीं परोसी जाती है।