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Bird Flu Scare: आंध्र प्रदेश में बर्ड फ्लू से दहशत, 5.4 लाख मुर्गियों की मौत, सरकार ने जारी की गाइडलाइंस

Bird flu scare in Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश के मंत्री के. अच्चन्नायडू ने कहा कि राज्य में बर्ड फ्लू के प्रकोप से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। इसे नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। पशुपालन मंत्री ने लोगों से अनावश्यक अफवाह नहीं फैलाने को कहा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग झूठ कह रहे हैं कि 40 लाख मुर्गियों की मौत हुई है

Akhileshअपडेटेड Feb 13, 2025 पर 3:13 PM
Bird Flu Scare: आंध्र प्रदेश में बर्ड फ्लू से दहशत, 5.4 लाख मुर्गियों की मौत, सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
Bird flu scare in Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश में कुल 10.7 करोड़ मुर्गियों में से हाल के दिनों में 5.4 लाख की मौत हुई है

Bird flu scare in Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश में बर्ड फ्लू के डर के मद्देनजर राज्य सरकार ने कहा कि उसने पश्चिमी गोदावरी, पूर्वी गोदावरी, कृष्णा और एनटीआर जिलों में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के प्रकोप को रोकने के लिए नई गाइडलाइंस की घोषणा की है। इसके कारण पिछले तीन दिनों में लाखों मुर्गियों की मौत हो गई है। तेलुगु राज्यों में मुर्गियों की मौत बर्ड फ्लू के कारण होने की पुष्टि हुई है, जिससे व्यापक स्तर पर दहशत फैल गई है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकारों ने चिकन और अंडों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बर्ड फ्लू से चिकन और अंडों की मांग में कमी आई है। चिकन की कीमतों में भारी गिरावट आई है। इससे पोल्ट्री उद्योग पर बहुत बुरा असर पड़ा है।

आंध्र प्रदेश के मंत्री के. अच्चन्नायडू ने कहा कि राज्य में बर्ड फ्लू के प्रकोप से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। इसे नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। पशुपालन मंत्री ने लोगों से अनावश्यक अफवाह नहीं फैलाने को कहा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग झूठ कह रहे हैं कि 40 लाख मुर्गियों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में कुल 10.7 करोड़ मुर्गियों में से हाल के दिनों में 5.4 लाख की मौत हुई है।

अच्चन्नायडू ने मुख्यमंत्री आवास के पास उंडावल्ली में बुधवार को पत्रकारों से कहा, "राज्य सरकार तत्काल सतर्क हो गई है और उसने चार प्रभावित पोल्ट्री फार्म (कुक्कुट पालन केंद्र) में लगभग 14,000 मुर्गियों को मारने और दफनाने तथा 340 अंडों को नष्ट करने के लिए सरकारी मशीनरी को सक्रिय कर दिया है।"

उन्होंने कहा कि अगर 40 लाख मुर्गियां वास्तव में इस बीमारी के कारण मरी होतीं, तो उन्हें दफनाने के लिए बड़े-बड़े गड्ढे खोदने पड़ते। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो किसी की नजर से बच नहीं सकते थे। किसी न किसी कैमरे में कैद हो जाते।

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