एक्सचेंजों के मुताबिक F&O में 10 में से 9 ट्रेडर यानी 90 फीसदी ट्रेडर घाटे में रहते हैं। हालांकि अब जब रिटर्न दाखिल हो रहा है तो सामने आ रहा है कि घाटा कितना बड़ा हो रहा है। एक सीए ने बताया कि घाटे के बावजूद ट्रेडिंग की आदत कितनी खतरनाक हो सकती है, इससे होने वाले तगड़े घाटे से समझा जा सकता है। असम में प्रैक्टिस कर रहे एक एक सीए रोशन अग्रवाल ने मनीकंट्रोल को बताया कि उसके एक क्लाइंट को वित्त वर्ष 2023-24 में फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) में 26 लाख रुपये का भारी घाटा हुआ। परेशान करने वाली बात ये है कि जिस क्लाइंट को यह नुकसान हुआ है, वह बीटेक तीसरे साल का स्टुडेंट है और उसके पास आय का स्रोत नहीं है।
दोस्तों और सोशल मीडिया पर भरोसे से डूबे पैसे
अब सवाल उठता है इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे शख्स को इतना भारी घाटा कैसा हो गया तो इसकी वजह है खुद की बजाय दूसरों पर भरोसा करना। शेयर मार्केट को लेकर कहा जाता है कि पैसे लगाने से पहले अपना खुद का रिसर्च जरूर करें। हालांकि रोशन के मुताबिक दोस्तों और सोशल मीडिया पर भरोसा के चलते ही उसे यह भारी घाटा हुआ क्योंकि उसने खुद की रिसर्च के बजाय दोस्तों और सोशल मीडिया के आधार पर ही फैसले लिए। उसके दोस्त को पिछले साल F&O से 1 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था और इसी से प्रभावित होकर वह भी सोशल मीडिया पर फाइनेंशियल इनफ्लूयएंसर्स ने जो भी कहा, उसके हिसाब से पैसे लगाता चला गया और भारी घाटा हो गया।
ट्रेडिंग की लत ने कराया भारी घाटा
अब सवाल ये उठता है कि जब घाटा हो रहा था तो उस शख्स ने खुद को रोका क्यों नहीं तो इसका जवाब है लत। रोशन ने बताया कि जब उसे पहले पहले साल घाटा हुआ था तो उन्होंने इंजीनियरिंग स्टूडेंट को आसान रास्ते से पैसे बनाने से रोक दिया था और उस समय वह इस बात को लेकर मान भी गया था। हालांकि अब फिर वह रिटर्न फाइल करने आया तो और बड़ा घाटा दिखा। रोशन ने बताया कि जब उसने इंजीनियरिंग स्टूडेंट से वजह पूछा तो उसने जवाब दिया कि उसे ट्रेडिंग की लत लग गई और इसे छोड़ नहीं पाया। इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर इनफ्लूयएंसर्स फटाफट अमीर बनने का सपना बेचते हैं और कई स्टूडेंट इसमें फंस जाते हैं। अब आगे क्या, इसे लेकर रोशन ने बताया कि स्टूडेंट ने वादा किया है कि वह इस प्रकार के ट्रेड्स पर फोकस नहीं करेगा क्योंकि वह जल्द ही इंजीनियरिंग पूरा कर लेगा और इसके बाद पैसे कमाने पर उसका फोकस होगा।