Chaayos Row: कैफे चेन चायोस (Chaayos) ने ट्विटर पर तीन मुस्लिम विरोधी ट्वीट को लाइक कर दिया जिसके बाद इसके फाउंडर को सामने आकर सफाई देना पड़ा लेकिन विवााद और बढ़ गया। मामला यह है कि गुरुवार को कुछ ट्विटर यूजर्स ने चायोस के लाइक्स सेक्शन का स्क्रीन शॉट साझा किया। इसमें चायोस ने जो ट्वीट लाइक किए थे, उनकी डिटेल्स थी। चायोस ने तीन मुस्लिम विरोधी ट्वीट लाइक किए थे जिस पर विवाद शुरू हो गया। इसे लेकर लोगों का गुस्सा बढ़ते देखकर कंपनी ने सफाई दी कि लाइक किए गए ट्वीट्स की बातों से कंपनी सहमति नहीं है। कंपनी ने इसके लिए सभी से माफी मांगी है।
सफाई पर क्यों और बढ़ा विवाद?
कंपनी का कहना है कि वह सभी धर्म के लोगों का सम्मान करती है और आगे भी करती रहेगी। इसके अलावा कंपनी ने कहा कि पूरे मामले की जांच हुई है। बाद में चायोस के फाउंडर नितिन सलूजा ने जांच पर अपडेट दिया। सलूजा के मुताबिक चायोस का आधिकारिक ट्विटर खाता आधे घंटे के लिए हैक हो गया था और इसी दौरान ही इन ट्वीट्स को लाइक किया गया था। सलूजा ने व्यक्तिगत रूप से माफी भी मांगी। हालांकि सलूजा की सफाई में हैकिंग के प्वाइंट पर लोग और भड़क उठे।
चायोस के फाउंडर की सफाई पर भड़के
चायोस के फाउंडर ने कंपनी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मुस्लिम विरोधी ट्वीट लाइक किए जाने की वजह हैकिंग बताई तो इस पर लोगों का गुस्सा और भड़क गया। एक यूजर ने पूछा कि कंपनी का हैंडल हैक हुआ था, इसका सबूत क्या है? यूजर ने आगे लिखा कि आप हैकिंग के नाम आप कुछ भी करोगे और माफी मांग लोगे, क्या मजाक है।
जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग
कई यूजर्स ने जांच की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है। फैक्टचेकिंग वेबसाइट आल्टन्यूज के रिसर्चर कलीम अहमद का कहना है कि अगर आपका कोई कर्मी धार्मिक रूप से सार्वजनिक रूप से धर्मांधता दिखा सकता है तो कंपनी ने इसे लेकर जो जांच किया है, उसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक हो सकती है।
कम्यूनिकेशंस कंसल्टेंट और लेखक कार्तिक श्रीनिवासन के कहा कि यह ताज्जुब की बात है कि सिर्फ कुछ ट्वीट्स लाइक करने के लिए कोई क्यों चायोस का अकाउंट हैक करेगा। श्रीनिवासन ने आगे कहा कि इससे भी बुरा ये है कि यह हैक सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि लोगों का ध्यान इस पर गया। श्रीनिवासन के मुताबिक इस मामले में सलूजा की सफाई तर्क और कॉमन सेंस दोनों के विपरीत है।