Chandrababu Naidu Train Video: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायूड विजयवाड़ा में एक रेलवे के पुल पर खड़े होकर बाढ़ का मुआयना कर रहे थे। इस दौरान उनके बेहद करीब से एक तेज रफ्तार ट्रेन गुजर गई। इस दौरान उनके साथ कई अधिकारी और NSG कमांडो भी थे। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें ट्रेन की रफ्तार काफी तेज दिखाई दे रही है। नायडू खुद बाढ़ के पानी में उतरकर, नौकाओं तथा बुलडोजर पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
सीएम ने रेलवे पुल पर खड़े होकर उफनते नाले का सर्वेक्षण किया। इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रेन पुल से गुजरी। यह घटना तब हुई जब नायडू और उनकी टीम रेलवे ट्रैक के पास पानी से भरी एक धारा का निरीक्षण करने के लिए जा रहे थे। तभी अचानक विपरीत दिशा से एक ट्रेन आ गई, जिससे नायडू, उनके अधिकारी और सुरक्षाकर्मी तुरंत उसके रास्ते से हट गए। ट्रेन के गुजर जाने के बाद, टीम ने अपना निरीक्षण जारी रखा।
विजयवाड़ा में अभूतपूर्व बारिश और बाढ़ के बाद राहत कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी के लिए नायडू ने कई बार प्रभावित स्थानों का दौरा किया। पीटीआई के अनुसार, मुख्यमंत्री ने गुरुवार (5 सितंबर) विजयवाड़ा में रेलवे के छोटे पुल के ऊपर से बाढ़ की स्थिति का आकलन किया। निरीक्षण के समय ट्रेन के तेजी से गुजरने के दौरान 74 वर्षीय नायडू पुल की रेलिंग के पास बिना किसी भय के एक संकरे प्लेटफॉर्म पर खड़े रहे।
ट्रेन में सवार यात्रियों ने मुख्यमंत्री के कार्य की सराहना की। बाढ़ के पानी में चलने से लेकर नावों और बुलडोजरों पर सवार होकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री राज्य में बाढ़ से तबाह लोगों की राहत के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि बुडामेरू नदी के तटबंधों की दरारों को भरने के वास्ते सैन्य दल को बुलाया जा रहा है। विजयवाड़ा में एनटीआर जिलाधिकारी कार्यालय में गुरुवार को नायडू ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान को आपदा के बारे में अवगत करा दिया गया है। इससे पहले चौहान ने विजयवाड़ा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। नायडू ने कहा, "तटबंधों की दरारों को भरने के लिए सेना भी पहुंच रही है...हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।"
मुख्यमंत्री के अनुसार, विजयवाड़ा में अभूतपूर्व बारिश और बाढ़ के बाद स्थिति का विश्लेषण करने के लिए एक तकनीकी टीम पहुंच गई है। नायडू ने बताया कि बाढ़ के कारण कई घर तबाह हो गए हैं। गाड़ियां, घरेलू उपकरण और कई अन्य चीजों को भी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रकाशम बैराज की क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है ताकि यह 15 लाख क्यूसेक पानी को संभाल सके। अभी इसकी क्षमता केवल 11.9 लाख क्यूसेक पानी की है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति खराब है। उन्होंने पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं देखी। उन्होंने बताया कि एक बार में 400 मिलीमीटर बारिश होना एक बड़ी आपदा है। उन्होंने मुख्यमंत्री तथा सरकारी तंत्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में खाना पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने के कदम की भी सराहना की। सिंह कहा कि बुडामेरू के तटबंधों में दरारों को भरने के लिए सैन्य दल के जल्द ही आने की उम्मीद है। शिवराज सिंह ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार दक्षिणी राज्य को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।
इससे पहले, चौहान ने विजयवाड़ा और उसके आसपास के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जक्कमपुडी मिल्क फैक्टरी, कंद्रिगा, अजित सिंह नगर, अंबापुरम और अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण किया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में आंध्र प्रदेश के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश भी थे।