भारतीय एयरलाइंस कंपनियों के विमानों में पिछले कुछ दिनों में आई तकनीकी गड़बड़ी की कई घटनाओं के मद्देनजर नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने अपने मंत्रालय और डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा मुद्दों पर बैठक की।
बैठक के दौरान मंत्री ने अधिकारियों से पिछले एक महीने में हुई इन घटनाओं की विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
एयरलाइंस कंपनियों को 10 दिन की डेडलाइन
सूत्रों के मुताबिक, हाईलेवल बैठक के बाद डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयरलाइंस कंपनियों को समाधान खोजने और कमियों को दूर करने के लिए 10 दिन का समय दिया है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, डीजीसीए को पता चला कि एयरलाइनों की तरफ से विमानों में खराबियों का पता लगाने में चूक हो रही है और एयरपोर्ट पर क्वालिफाइड इंजीनियरों की तैनाती नहीं की जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, डीजीसीए ने एयरलाइंस कंपनियों को नए निर्देश जारी कर कहा है कि सभी को हर फ्लाइट से पहले तय नियमों का पालन करना होगा। एयरलाइन कंपनियों को दिक्कतें दूर करने के लिए 10 दिन यानी 28 जुलाई तक का वक्त दिया गया है। ये निर्देश विमानों की सुरक्षा को लेकर सिंधिया की एयरलाइंस के बड़े अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद सोमवार को जारी किए गए।
तकनीकी खराबी से जूझ रही हैं एयरलाइंस कंपनियां
भारतीय एयरलाइंस कंपनियां पिछले एक महीने से तकनीकी खराबी से जूझ रही हैं। पिछले कुछ दिनों में भारतीय एयरलाइनों द्वारा संचालित विमानों में इंजन में खराबी और फ्लाइट की केबिन से निकले धुंए से लेकर हवाई जहाज के कॉकपिट में एंट्री करने वाले पक्षी सहित कई अन्य घटनाएं हुई हैं।
रविवार को, इंडिगो की शारजाह-हैदराबाद उड़ान को एहतियात के तौर पर कराची भेज दिया गया, क्योंकि पायलटों ने एक इंजन में गड़बड़ी देखी थी। वहीं शनिवार की रात एअर इंडिया एक्सप्रेस की कालीकट-दुबई उड़ान को जलने की गंध के बाद मस्कट के लिए भेज दिया गया। एक दिन पहले एअर इंडिया एक्सप्रेस की बहरीन-कोच्चि उड़ान के कॉकपिट में एक जिंदा पक्षी मिला था।
स्पाइसजेट अभी नियामकीय जांच के घेरे में है। डीजीसीए ने 19 जून से विमानों में तकनीकी गड़बड़ी की कम से कम 8 घटनाओं के बाद 6 जुलाई को स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इन सभी घटनाओं की फिलहाल डीजीसीए जांच कर रहा है।