डायबिटीज (Diabetes) की बीमारी सिर्फ भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। दुर्भाग्य से डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है। इसे सिर्फ हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के जरिए कंट्रोल रखा जा सकता है। डायबिटीज होने पर इंसुलिन नामक ब्लड शुगर (Blood Sugar) को कंट्रोल रखने वाले हार्मोन को बनाना कम या बंद हो जाता है। जिससे कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। बढ़ते ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए आप सिंघाड़े का सेवन कर सकते हैं। यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। इसके सेवन से कई अन्य बीमारियां कोसों दूर रहेंगी।
वजन कम करने के लिए सिंघाड़े का सेवन करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। सिंघाड़े में कैलोरी बहुत कम होती है। जिससे वजन कम होता है। 100 ग्राम सिंघाड़े में सिर्फ 97 कैलोरी होती है। साथ ही इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। फाइबर देरी से पचता है, जिससे भूख कम लगती है और वजन कम होने में मदद मिलती है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण है सिंघाड़ा
सिंघाड़ा तालाब में उगने वाला एक फल है। यह हरा और हल्का गुलाबी रंग का होता है। इसे छीलकर कच्चा या उबालकर खाया जाता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन-A, C, मैंगनीज, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन जैसे तमाम पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं। नियमित तौर पर सिंघाड़े का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है। नियमित रूप से सिंघाड़े के आटे से बनी रोटियां खाने से आपको दिल के रोगों का जोखिम करने, ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने, वजन कम करने आदि में मदद मिल सकती है।
सिंघाड़े के सेवन से पाचन तंत्र होगा मजबूत
पाचन तंत्र के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए फाइबर जरूरी है। अच्छी बात यह है कि सिंघाड़े का आटे में फाइबर का भंडार है। यही वजह है कि इसकी रोटी खाने से डाइजेशन सिस्टम को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है। फाइबर के सेवन से कब्ज, बवासीर और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी बीमारियों का जोखिम भी कम किया जा सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल की शरीर से हो जाएगी छुट्टी
ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की हाई लेवल हार्ट प्रॉब्लम का कारण बन सकती है। यह कोलेस्ट्रॉल ब्लड वेसल्स में जमा हो सकता है और दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकता है। सिंघाड़ा का हाई फाइबर कंटेंट से आपके ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हार्ट प्रॉब्लम के रिस्क को कम करने में मदद कर सकती है।