पिछले कुछ दिनों में अलग अलग तरह की फ्रॉड की घटनाएं सामने आई हैं। इसी क्रम में इस समय नौकरी दिलाने के नाम पर सबसे ज्यादा घोटाले सामने आए हैं। कई सारे लोगों को नौकरी मिलने के झूठे दावों में फंस कर अपनी मेहनत की कमाई को गंवाते हुए देखा गया है। अब एक इसी तरह के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। यह घोटाला भारतीय सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहा था। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि इस घोटाले में करोड़ों रुपये की ठगी होने की बात सामने आई है।
पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने मिल कर किया पर्दाफाश
इस घोटाले का पर्दाफाश पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने मिल कर किया है। इस घोटाले में कथित तौर पर भारतीय भारतीय सशस्त्र बलों में नौकरी दिलाने का वादा कर 150 युवाओं से एक करोड़ रुपये की ठगी की गई थी। इसके अलावा इस मामले में सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह रही है कि इस घोटाले को भारतीय सेना के एक भगोड़े की तरफ से ही अंजाम दिया गया है। पुलिस ने मामले के संबंध में चित्रदुर्ग के श्रीरामपुरा पुलिस स्टेशन में हुबली निवासी 40 वर्षीय शिवराज वटागल, जो भारतीय सेना से भगोड़ा है और उसके साथी बीममावा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
बरादम की गईं कई सारी फर्जी चीजें
प्रेस सूचना ब्यूरो की रक्षा शाखा ने सोमवार को एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि उनके पास से फर्जी पहचान पत्र और सेना भर्ती संबंधी दस्तावेज जैसी चीजें बरामद की गईं। जारी कई गई विज्ञप्ति के मुताबिक मिलिट्री इंटेलिजेंस, बेंगलुरु और चित्रदुर्गा जिले की श्रीरामपुरा पुलिस टीम द्वारा 20 अक्टूबर को चित्रदुर्ग में जालसाज और उसके साथी को पकड़ने के लिए एक संयुक्त अभियान चलाया गया था, जिसने कथित तौर पर भर्ती के बहाने 150 युवाओं से 1 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी और उन्हें कर्नाटक के अलग अलग जिलों जैसे कि चित्रदुर्ग, दावणगेरे और हावेरी जिलों में भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा गया था। इस मामले में दावणगेरे जिले के प्रकाश (31) ने शिवराज वटागल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।