Ghaziabad News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक हैरान और परेशान करने मामला सामने आया है। एक महिला ने अपनी घरेलू सहायिका पर आटे के बर्तन में पेशाब करने और फिर उससे रोटी बनाने आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार ने नौकरानी के खिलाफ थाने में केस भी दर्ज कराया है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महिला का नाम रीना है। वह गाजियाबाद की एक कॉलोनी में स्थित एक घर में खाना बनाने का काम करती थी। घरेलू सहायिका की गंदी करतूत सामने आने के बाद पूरा परिवार सदमे में हैं।
दरअसल, रीना जिस परिवार के घर खाना बनाती थी उन सबको पेट और लीवर में दिक्कत हुई तो उनका शक नौकरानी पर गया। इसके बाद उन्होंने किचन में मोबाइल का कैमरा खोलकर रख दिया। रीना ने आटे में पेशाब करके उसे गूंथ दिया और उसी से रोटी बनाई। यह सब देखकर घर वाले लोगों के छक्के छूट गए। पीड़ित परिवार एक कारोबारी है। परिवार की एक महिला ने किचन में नौकरानी का वीडियो बनाया और उसे पुलिस को सौंप दी।
8 साल से कर रही थी गंदा काम
आरोपी महिला इस घर में करीब 8 साल से खाना बना रही थी। गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में रहने वाली घरेलू सहायिका पर किचन के अंदर बर्तन में पेशाब करने और उससे रोटी बनाने का आरोप लगा है। परिवार ने क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आया है उसमें वह किचन के अंदर ही एक बर्तन में पेशाब करती हुई दिखाई दे रही है। आरोप है कि इसके बाद वह उसे बर्तनों पर डाल देती है और खाना बनाने में भी उसे मिलाती है।
शिकायतकर्ता महिला के मुताबिक, उसके परिवार के सभी सदस्यों को पेट और लीवर संबंधी कई बीमारियां बीते कुछ सालों से हो रही है। महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि अपनी घरेलू नौकरानी पर शक होने पर उन्होंने किचन में एक मोबाइल छुपाकर रख दिया और उसका वीडियो बनाया। वीडियो बनाने के बाद सच्चाई उनके सामने आई तो सभी के होश उड़ गए। इसके बाद महिला थाने पहुंची और पुलिस को पूरी कहानी बताई। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने इस महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार पहचान छिपाकर खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट करने और उत्पादों में मानव मल तथा गंदी चीजें मिलाने की घटनाओं को रोकने के लिए जल्द ही नया कानून लाएगी। मंगलवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में हुई मिलावट की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए यहां आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में यह बात कही।
सीएम योगी ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कारावास और जुर्माना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। ऐसे अपराध को गैर-जमानती मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए। देश के विभिन्न हिस्सों में जूस, दाल और रोटी जैसे खाद्य पदार्थों में मानव मल और गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखी गई हैं।
योगी ने कहा कि ऐसी घटनाएं भयावह हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। उन्होंने कहा कि इससे सामाजिक सौहार्द पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और इस तरह के नापाक प्रयासों को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि खाद्य पदार्थों की शुद्धता सुनिश्चित करने तथा उपभोक्ताओं का विश्वास बनाए रखने के महत्व को ध्यान में रखते हुए सख्त कानून बनाना आवश्यक है।