Himachal Pradesh Floods: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने हिमाचल प्रदेश सरकार के आपदा राहत कोष में 10 करोड़ रुपये का योगदान देने को मंजूरी दी है, ताकि हाल ही में इस पर्वतीय राज्य में भारी बारिश के कारण आई आपदा के बाद पुनर्वास और राहत पहुंचाने संबंधी राज्य सरकार के प्रयासों में सहायता की जा सके। इस संबंध में फाइल अब मंजूरी के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के पास भेजी जाएगी। 10 करोड़ रुपये का दान मुख्यमंत्री राहत कोष से दिया गया है। इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान (Aamir Khan) ने भी हिमाचल प्रदेश में बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आपदा राहत कोष में 25 लाख रुपये दान किए हैं।
एक सरकरी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर दिल्ली सरकार हिमाचल प्रदेश सरकार के आपदा राहत कोष-2023 में 10 करोड़ रुपये का योगदान देगी। इस योगदान का उद्देश्य हाल ही में आई विनाशकारी बाढ़ से उबरने के प्रयासों में राज्य की सहायता करना है।" यह योगदान हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री को लिखे गए एक पत्र के जवाब में दिया जाएगा।
सुक्खू ने केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में कहा कि हाल के मानसून के दौरान लगातार बारिश से धन-जन के लिहाज से काफी नुकसान हुआ है, जो राज्य के इतिहास में अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि सड़क, पेयजल और सिंचाई प्रणालियों सहित बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने 'आपदा राहत कोष-2023' स्थापित किया है, जिसमें लोग दान दे सकते हैं।
सीएम ने एक्टर को दिया धन्यवाद
सीएम केजरीवाल के अलावा आमिर खान ने भी हिमाचल के लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। अभिनेता का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह सहायता निस्संदेह राहत और पुनर्वास प्रयासों में मदद करेगी। सरकार के इन प्रयासों का उद्देश्य प्रभावित परिवारों को आपदा के बाद बुरे हालात से उबरने में मदद करना है। सीएम ने कहा कि कोष का विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा और वे सुनिश्चित करेंगे कि यह जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे।
सुक्खू ने दान कर दी अपनी पूरी जमा राशि
इससे पहले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 51 लाख रुपये की अपनी पूरी जमा राशि आपदा राहत कोष में दान कर दी थी ताकि राज्य के आपदा प्रभावित लोगों की मदद की जा सके। हरियाणा, बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने राहत एवं पुनर्वास उपायों में राज्य की मदद के लिए 65 करोड़ रुपये से ज्यादा की सहायता दी है।
मंदिरों के न्यासों के अलावा गैर सरकारी संगठनों और अन्य लोग भी मदद के लिए आगे आए हैं। आपको बता दें कि जुलाई और अगस्त के महीने में भारी बारिश की वजह से हिमाचल की सड़कों, जल आपूर्ति संयंत्रों, इमारतों और अन्य निजी व सार्वजनिक संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है।