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Holi 2023: ऐसे घर पर मनाएं ‘इको फ्रेंडली होली’, मेड इन इंडिया सामानों का करें इस्तेमाल

Holi 2023: भारत में रंगों का त्योहार आने में कुछ ही दिन बाकी हैं। आमतौर पर लोग होली में रंगों से दूर भागते हैं। इसकी वजह ये है कि अब केमिकल वाले रंगों का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आप घर पर रहकर प्राकृतिक रूप से रंग तैयार कर सकते हैं और होली खेल सकते हैं। हमें पर्यावरण के अनुकूल ही होली मनाना चाहिए

अपडेटेड Mar 05, 2023 पर 3:57 PM
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रंगों के त्योहार होली का जश्न इस बार 8 मार्च को मनाया जाएगा। होली का आनंद लेने के साथ ही पर्यावरण की देखभाल करना भी हम सबकी जिम्मेदारी है

Holi 2023: रंगों का त्योहार कही जाने वाली होली (Holi 2023) रंगों के बिना अधूरी है> लेकिन लोग मार्केट में मौजूद रंगों का इस्तेमाल करने से घबराते हैं। इसकी वजह ये है कि इनमें केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। अगदर आप भी उन लोगों में से एक हैं तो आप घर पर रहकर प्राकृतिक तरीके से होली के रंग बना सकते हैं। इन प्राकृतिक रंगों से होली खेल सकते हैं। इस बार होली 8 मार्च 2023 को मनाई जाएगी। इस दिन लोग एक दूसरे को होली की बधाई देते हैं। ये त्योहार पूरे देश में बहुत ही उत्सुकता और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

इस कलरफुल और वाइब्रेंट फेस्टिवल का हिस्सा बनने के लिए दुनिया भर से लोग भारत आते हैं। ये सामाजिक, पार्टी, हंसी, डांस, ड्रिंक्स, मिठाइयों का आनंद लेने और बहुत सारी खुशी और लोगों में प्यार बांटने का दिन है। होली मनाते समय मेड इन इंडिया (Made-in-India) सामानों का चयन कर सकते हैं।

जैविक रंगों से खेलें होली


इस बार होली खेलने के लिए ऑर्गेनिक कलर का इस्तेमाल कर सकते हैं। होली पर बिल्कुल केमिकल फ्री रंग का उपयोग कर सकते हैं। केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल करने से स्किन पर मुहासे और रैशेज हो जाते हैं लिहाजा ऑर्गेनिक रंगों से ही होली खेलनी चाहिए। होली स्प्रे जैसे कई प्रोडक्ट्स हैं। जिन्हें बाजार से खरीद सकते हैं। सिंथेटिक कलर स्किन ही नहीं पर्यावरण के लिए नुकसान दायक होते हैं। लिहाजा इको फ्रेंडली होली खेलने के लिए ऑर्गेनिक कलर का इस्तेमाल करना चाहिए। आप घर पर आसानी से प्राकृतिक रंग बना सकते हैं। हल्दी पाउडर, चंदन, मेहंदी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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प्लास्टिक के गुब्बारों के उपयोग से बचें

गुब्बारे का उपयोग करने से बचें। ये प्लास्टिक से बने होते हैं। गुब्बारे भरने का मतलब पानी की बर्बादी भी है। गुब्बारे फेंकने से किसी को चोट भी लग सकती है। किसी को नुकसान पहुंचाए बिना एक सुरक्षित और खुशहाल होली का आनंद लेना चाहिए।

होली के खिलौने

होली के खिलौने खरीदते समय मेड इन इंडिया सामानों को तरजीह दें। अब देश के घरेलू निर्माताओं (Indian local manufacturers) ने कई सामान बनाने शुरू कर दिए हैं। सामान खरीदते समय टैग जरूर देखें। उसमें मेड इन इंडिया लिखा है या नहीं। अगर आपको किसी प्रोडक्ट की पहचान करने में दिक्कत आ रही है तो ई-कॉमर्स साइट से ऑनलाइन मेड इन इंडिया सामान खरीद सकते हैं।

होली के लिए सजावट के सामान

इस त्योहार पर अपने घर को सजाने के लिए जैविक फूलों का इस्तेमाल करें। फर्श पर या अपने घर में कहीं भी रंगोली डिजाइन बनाएं। रंगों के साथ होली खेलने के लिए आप फूलों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। फूलों से आप कई तरह की डिजाइन बना सकते हैं।

मिठाई और नमकीन

त्योहार का मतलब होता है एक ही समय में अलग-अलग व्यंजनों का लुत्फ उठाना। अगर आप आप मेहमानों के लिए अलग-अलग मिठाई और नमकीन बनाने से थक गए हैं तो अपना स्थानीय बेकरी की दुकानों, मिठाई की दुकानों से संपर्क कर सकते हैं। उन्हें प्री ऑर्डर दे सकते हैं। अगर ऐसा भी संभव नहीं है तो हल्दीराम और बीकाजी जैसे देसी ब्रांडों की तैयार मिठाइयां खरीद सकते हैँ। कोल्ड ड्रिंक की जगह अपनी होली पार्टी में ठंडई, मिल्क शेक, फलों का जूस बनाएं।

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