टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने बुधवार रात 11:30 बजे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 86 साल के थे। रतन टाटा अपने पीछे कॉरपोरेट जगत में एक शानदार विरासत छोड़ गए हैं। उन्होंने अपनी अगुआई में टाटा ग्रुप को देश के सबसे बड़े और प्रभावशाली कॉरपोरेट घराने में बदल दिया। उन्होंने अपने नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित सौदे किए, जिसने उन्हें भारतीय कॉरपोरेट जगत का एक प्रमुख चेहरा बनाते हैं। आज टाटा का नाम बिजनेस जगत में नहीं, बल्कि आम लोगों में भी भरोसे और विश्वास का प्रतीक है।