Puja Khedkar Row: पूजा खेडकर ने IAS ट्रेनिंग एकेडमी में नहीं की रिपोर्ट, डेडलाइन समाप्त होने के बाद अब और बढ़ेंगी मुश्किलें
IAS Puja Khedkar Row: विवाद के बीच प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम को स्थगित कर दिया गया है और उन्हें आवश्यक कार्रवाई के लिए मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में लौटने का निर्देश दिया गया है। एकेडमी ने आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया गया है
IAS Puja Khedkar Row: सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों के बाद पूजा खेडकर की ओबीसी नॉन-क्रीमी-लेयर स्थिति भी जांच के दायरे में आ गई है
IAS Puja Khedkar Row: विवादास्पद प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें और बढ़ने वाली है। फर्जी विकलांगता और जाति प्रमाण पत्र जमा करने को लेकर आरोपों में घिरीं ट्रेनी IAS पूजा खेडकर निर्धारित समय सीमा तक मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में रिपोर्ट करने में विफल रही। पूजा खेडकर को 23 जुलाई तक संस्थान में शामिल होने का आदेश दिया गया था, लेकिन मंगलवार को उन्होंने रिपोर्ट नहीं कीं। दिल्ली में उनके खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद से खेडकर लापता हैं। उन्हें 23 जुलाई मसूरी स्थित अकादमी में उपस्थित होना था, लेकिन वे नहीं आईं।
पूजा खेडकर की नौकरी पर तलवार लटकती नजर आ रही है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। साथ ही सिविल सेवा परीक्षा-2022 से उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं से उन्हें वंचित करने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, उन पर आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा।
FIR दर्ज कर नोटिस जारी
संघ लोक सेवा आयोग ने धोखाधड़ी करके सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के अवसर प्राप्त करने के आरोप में पूजा खेडकर के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। पीटीआई के मुताबिक यूपीएससी ने पूजा खेडकर को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि उनकी उम्मीदवारी को रद्द क्यों नहीं किया जाए? यूपीएससी ने पूजा खेडकर को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा कि भविष्य में उनके परीक्षाएं देने या उनके चयन पर रोक क्यों न लगाई जाए?
विवाद के बीच केंद्र सरकार ने पूजा खेडकर के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम को स्थगित कर दिया है और उन्हें आवश्यक कार्रवाई के लिए मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में लौटने का निर्देश दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि अकादमी ने आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया है।
क्या है पूरा विवाद?
पूजा खेडकर आईएएस परीक्षा के समय दिए गए दिव्यांगता और ओबीसी सर्टिफिकेट को लेकर सवालों के घेरे में हैं। पुणे कलेक्टर कार्यालय में तैनाती के दौरान किए गए आचरण को लेकर भी उनके खिलाफ जांच की जा रही है। विवाद के बीच सरकार ने खेडकर के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम को स्थगित कर दिया और उन्हें 23 जुलाई तक LBSNAA में रिपोर्ट करने को कहा गया है।
दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने गलत एड्रेस और फर्जी राशन कार्ड का इस्तेमाल करके विकलांगता सर्टिफिकेट हासिल किया है। खेडकर आईएएस परीक्षा पास करते समय दिए गए दिव्यांगता और ओबीसी सर्टिफिकेट को लेकर सवालों के घेरे में हैं।
खेडकर ने यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल (YCM) अस्पताल को 'प्लॉट नंबर 53, देहू-अलंदी, तलवड़े' का एट्रेस दिया था और दावा किया कि यह पिंपरी-चिंचवाड़ में उनका घर है। हालांकि, यह पता चला है कि यह एट्रेस थर्मोवेरिटा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड का है, जो एक बंद हो चुकी कंपनी है।
दस्तावेजों से यह भी पता चला है कि इस कंपनी के एड्रेस का उपयोग करके एक फर्जी राशन कार्ड बनाया गया था, जिसका उपयोग खेडकर ने लोकोमोटर विकलांगता का दावा करते हुए विकलांगता सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए किया था। 24 अगस्त, 2022 को जारी किए गए सर्टिफिकेट पत्र में कहा गया था कि उनके घुटने में 7 प्रतिशत विकलांगता है।
इसके अलावा, उसी थर्मोवेरिटा कंपनी के नाम पर एक ऑडी कार रजिस्टर्ड है। पिंपरी-चिंचवड़ नगर पालिका के टैक्स कलेक्शन विभाग के अनुसार, इस कंपनी पर पिछले तीन वर्षों से 2.7 लाख रुपये बकाया हैं। 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर यूपीएससी भर्ती के लिए कथित तौर पर विकलांगता सर्टिफिकेट बनाने के आरोप में जांच के दायरे में हैं।