भारत ने लद्दाख में लड़ाकू अभियानों को तेज कर दिया है। भारत की तरह से यह कदम इसलिए उठाया गया है, क्योंकि चीनी वायु सेना ने तिब्बत में भारतीय सीमा के पास एक आक्रामक रक्षा अभ्यास शुरू किया है। आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख में तनाव के बीच चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पिछले महीने एक चीनी लड़ाकू जेट पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के करीब देखा गया। चीनी फाइटर जेट ने भारतीय सैन्य ठिकानों के बहुत करीब से उड़ान भरी।
चीन को अब उसी के भाषा में जवाब देते हुए भारत ने भी तनावग्रस्त इलाकों में अपना सैन्य अभियान तेज कर दिया है। सूत्रों ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि राफेल और Su 30MKIs सहित अन्य लड़ाकू विमान पिछले कुछ दिनों से लेह और थोइस एयरपोर्ट के आसपास सक्रिय हैं। यहां चीनी वायु सेना ने अपने नेटवर्क को सक्रिय कर दिया है और बड़े पैमाने पर अभ्यास कर रही है जिसमें इसके कई हाईटेक लड़ाकू जेट शामिल हैं।
भारतीय पक्ष की उड़ान अधिक आवृत्ति के साथ की जा रही है, क्योंकि पूर्वी लद्दाख में विवादित क्षेत्रों के करीब चीनी लड़ाकू विमानों के हरकत सामने आए हैं। चीनी लड़ाकू विमानों ने जून के अंत में लगभग 4 बजे एक विवादित क्षेत्र के करीब उड़ान भरी थी, जिससे भारतीय पक्ष की प्रतिक्रिया शुरू हुई। यह घटना एक बड़े संकट में नहीं बदली, क्योंकि चीनी लड़ाकू जेट ने सीमा का उल्लंघन नहीं किया। हालांकि भारत द्वारा एक औपचारिक विरोध दर्ज कराया गया था।
28 जून की तड़के अग्रिम क्षेत्रों में तैनात भारतीय राडार ने चीनी लड़ाकू विमान को पकड़ लिया था। एक सूत्र ने कहा कि हवाई रक्षा उपायों को सक्रिय किया गया। इसमें हमारे एयरबेस से लड़ाकू विमानों को खदेड़ना शामिल था, लेकिन चीनी विमान वापस चला गया। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और वायु सेना पूर्वी लद्दाख की ओर एलएसी पर अपनी तरफ अभ्यास कर रही है।
अप्रैल-मई 2020 में इस तरह के अभ्यास के दौरान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) सैनिकों ने भारतीय बलों को ऑफ-गार्ड पकड़ने के लिए पूर्वी लद्दाख में कई घुसपैठ की थी। इसके बाद से दोनों सेनाओं ने क्षेत्र में सीमा पर 50,000 से अधिक सैनिकों को आगे तैनात रखा है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा पर वायु रक्षा नेटवर्क को सक्रिय कर दिया गया है, जिसमें रूस से प्राप्त S-400 सिस्टम और स्थानीय रूप से निर्मित HQ-9 सिस्टम शामिल हैं। भारतीय सीमाओं पर तैनात लड़ाकू जेट की छंटनी कर नई तैनाती की जा रही है। चीन ने अपने कई उन्नत J-20 लड़ाकू विमानों को भारतीय सीमा के करीब एक एयरबेस में शिफ्ट कर दिया है।