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Indian Railways: HO कोटा से वेटिंग टिकट भी फौरन हो जाएगा कंफर्म, जानिए किसे मिलता है

Indian Railways: फेस्टिव सीजन में ट्रेन का का कंफर्म टिकट हासिल करना किसी जंग जीतने से कम नहीं है। कंफर्म टिकट पाने के लिए काफी समय पहले टिकट बुक कराना पड़ता है। ऐसे में अगर आपका टिकट वेटिंग है तो उसे HO कोटा के जरिए कंफर्म करा सकते हैं। ये कोटा क्या है और कैसे मिलता है, इसके बारे में हम विस्तार से बताते है

Edited By: Jitendra Singhअपडेटेड Oct 29, 2023 पर 5:39 PM
Indian Railways: HO कोटा से वेटिंग टिकट भी फौरन हो जाएगा कंफर्म, जानिए किसे मिलता है
Indian Railways: ट्रेन में कई तरह के कोटा होते हैं, जिनसे टिकट कंफर्म करने में प्राथमिकता मिलती है।

Indian Railways: भारतीय रेलवे में टिकट बुकिंग के लिए अलग-अलग कोटा होता है। जिसमें से आप अपनी पात्रता के अनुसार टिकट बुक करवाते हैं। जिन लोगों का स्पेशल कोटा होता है। उन्हें सीट बुकिंग में प्राथमिकता दी जाती है। जैसे सीनियर सिटीजन के लिए अलग कोटा होता है और उन्हें सीट अलॉटमेंट में प्राथमिकता दी जाती है। इसके साथ ही खिलाडियों, कैंसर मरीजों के लिए के लिए भी खास कोटा होता है। ऐसे ही एक खास कोटा होता HO Quota है। इस कोटा की सबसे खास बात ये है कि अगर इसमें आपको वेटिंग टिकट मिल रहा हो तो वह सीट भी कंफर्म हो जाती है।

ऐसे में सवाल है कि आखिर ये कोटा क्या है, किसे मिलता है और क्या टिकट बुक के समय ही इसका सहारा लिया जा सकता है। साथ ही सवाल है कि ये कोटा किससे जुड़ा होता है और किस तरह से वेटिंग लिस्ट वाली टिकट कंफर्म हो जाती है। हम इस जादुई कोटे के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।

क्या है HO कोटा?

दरअसल, HQ कोटा हेड क्वार्टर (Head Quarters) या हाई ऑफिशियल ( High Official Quota) होता है। माना जाता है कि इस कोटे के जरिए कंफर्म टिकट मिल ही जाता है। हालांकि, इस कोटे का इस्तेमाल टिकट बुकिंग के समय नहीं किया जाता है। इसमें पहले सामान्य वेटिंग लिस्ट वाला टिकट लेना होता है। वो टिकट हेड क्वार्टर के जरिए कंफर्म किया जाता है। ये कोटा इमरजेंसी में यात्रा करने वाले लोगों के लिए और वीआईपी लोगों के लिए होता है। ज्यादातर VIP लोगों को ही इसका फायदा मिलता है। लेकिन कुछ खास स्थितियों में नॉर्मल लोग भी इसका फायदा उठा सकते हैं। ये कोटा सिर्फ रेलवे के आला अफसर, सरकारी गेस्ट, वीआईपी, मंत्रालय के गेस्ट आदि लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें वेटिंग टिकट को कंफर्म कर दिया जाता है और इसका प्रोसेस भी चार्ट बनने के एक दिन पहले होता है।

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