IndiGo : इंडिगो के कुछ एयरक्राफ्ट टेक्नीशियंस (aircraft technicians) वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर शुक्रवार से सिक लीव (Sick Leave) पर चले गए हैं। एयरलाइन के अपने पायलट और केबिन क्रू की सैलरी आंशिक रूप से बहाल करने और ह्यूमन रिसोर्स (HR) पॉलिसीज में बदलाव किए जाने के कुछ दिन बाद ही विरोध की यह खबर सामने आई है। बिज़नेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उद्योग से जुड़े सूत्रों ने बताया, हैदराबाद के कुछ टेक्नीशियंस ने शुक्रवार रात को बीमार होने की सूचना दी, वहीं दूसरे शहरों में लोगों ने वेतन में संशोधन की मांग को लेकर काम पर आना छोड़ दिया।
कम है टेक्नीशियंस की सैलरी
इस विरोध पर इंडिगो ने कोई टिप्पणी नहीं की। एक एग्जीक्यूटिव ने कहा कि इससे हमारे फ्लाइट्स पर कोई असर नहीं पड़ा है।
टेक्नीशियंस, एयरक्राफ्ट इंजीनियर्स की निगरानी में काम करते हैं और नियमित रखरखाव को संभालते हैं। पूरे सेक्टर में, टेक्नीशियंस की सैलरी कम है और कोविड-19 महामारी में समस्या बढ़ गई थी, क्योंकि कुछ एयरलाइंस ने वेतन में कटौती कर दी थी।
दूसरी एयरलाइंस को भी हुई है समस्या
लेबर की समस्या का सामना करने वाली अकेली इंडिगो नहीं है। बीते साल नवंबर में, स्पाइसजेट (SpiceJet) के इंजीनियरिंग स्टाफ ने सैलरी और छुट्टियों की बहाली की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। मार्च में एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज (AI Engineering Services) के टेक्नीशियंस सैलरी में बदलाव, इम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट के नवीनीकरण और महंगाई भत्ते के भुगतान आदि मांगो को लेकर हड़ताल की थी।
पिछले हफ्ते इंडिगो की आधी से ज्यादा फ्लाइट हुई थीं लेट
2 जुलाई को इंडिगो की आधी से ज्यादा फ्लाइट्स के परिचालन में देरी के बाद पिछले सप्ताह वेतन बहाल हो गया था। दरअसल, डिपार्चर से कुछ घंटे पहले ही बड़ी संख्या में केबिन क्रू मेंबर्स ने बीमार होने की सूचना दी थी। वहीं, टाटा की अगुआई वाली एयर इंडिया के आक्रामक रुख और दो नई एयरलाइंस आकाश एयर और जेट एयरवेज की इस साल ऑपरेशन शुरू करने की तैयारियों को देखते हुए इंडिगो अपने क्रू के भारी पलायन की उम्मीद कर रही है।