International Women's Day: 8 मार्च को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने के साथ-साथ उन असमानताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जो अभी भी उन्हें पीछे धकेलती हैं। बड़े अवसर से पहले, आइए इस साल महिला दिवस के विषय के साथ-साथ इसके इतिहास पर एक नजर डालते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
20वीं शताब्दी के मोड़ पर पूरे यूरोप और उत्तरी अमेरिका में हुए श्रमिक आंदोलनों के बाद से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इन घटनाओं से जुड़ी तारीखें 19 मार्च, 15 अप्रैल और 23 फरवरी हैं। तो अब सवाल ये उठता है कि फिर 8 मार्च को महिला दिवस क्यों मनाया जाता है?
दरअसल इसका संबंध रूस से है, जहां 1917 की क्रांति की शुरुआत भोजन और मताधिकार के लिए महिलाओं की हड़ताल से हुई थी।
उस समय, रूस में अभी भी जूलियन कैलेंडर का पालन किया जा रहा था जबकि अन्य राष्ट्र ग्रेगोरियन कैलेंडर का पालन करते थे, तो रूस में 23 फरवरी दुनिया के लिए 8 मार्च था।
1977 में संयुक्त राष्ट्र की तरफ से एक अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह को मान्यता दी गई। तब से, संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने हर साल इस दिन को चिह्नित किया है और लैंगिक समानता प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 की थीम
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 को "एम्ब्रेस इक्विटी" थीम के साथ मनाया जा रहा है। इस विषय पर ये बातचीत होगी कि कैसे सिर्फ समान अवसर सुनिश्चित करना ही काफी नहीं है। इक्विटी कितनी महत्वपूर्ण है।
महिला दिवस अभियान ने कहा, "लोग अलग-अलग जगहों से शुरू करते हैं, इसलिए सही समावेश और संबंधित होने के लिए समान कार्रवाई की जरूरत होती है।"
समानता और इक्विटी के बीच के अंतर को समझाते हुए अभियान ने कहा, "समानता का मतलब है कि हर एक व्यक्ति या लोगों के समूह को समान संसाधन या अवसर दिए जाते हैं। इक्विटी यह पहचानती है कि हर एक व्यक्ति की अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं, और समान स्तर तक पहुंचने के लिए जरूरी सटीक संसाधन और अवसर आवंटित करता है।"