वरिष्ठ राजनयिक रुचिरा कंबोज (Ruchira Kamboj) आज यानी मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत की नई स्थायी प्रतिनिधि के रूप में अपना कार्यभार संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वह सोमवार को न्यूयॉर्क पहुंचीं। इसके साथ ही रुचिरा कंबोज न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भारत की पहली महिला दूत होंगी। वह यूएन में भारत के मौजूदा स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति की जगह लेंगी।
रुचिरा कंबोज भारतीय विदेश सेवा (IFS) की 1987 बैच की अधिकारी रही हैं। कंबोज ने सोमवार को ट्वीट किया, “संयुक्त राष्ट्र में भारत की नामित स्थायी प्रतिनिधि के रूप में अभी-अभी न्यूयॉर्क पहुंची हूं। सुरक्षा परिषद में आज अपने सभी सहयोगी राजदूतों से मिलकर बहुत अच्छा लगा। इस नए पद के जरिए अपने देश की सेवा करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। #भारत।”
कंबोज के पूर्ववर्ती राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने उनके ट्वीट का जवाब दिया, “बधाई और आपकी सफलता के लिए शुभकामनाएं रुचिरा!” वहीं, संयुक्त राष्ट्र की पूर्व सहायक महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला में उप कार्यकारी निदेशक लक्ष्मी पुरी ने ट्वीट किया, “संयुक्त राष्ट्र में महिला नेतृत्व के मामले में भारत के लिए एक नया मील का पत्थर!”
उन्होंने आगे लिखा, “संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भारत की पहली महिला स्थायी प्रतिनिधि बनने के लिए रुचिरा कंबोज को बधाई। श्रीमती विजय लक्ष्मी पंडित की संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्षता के बाद भारत के लिए ऐतिहासिक पल।”
IFS अधिकारी कंबोज वर्तमान में भूटान में भारत के राजदूत के रूप में कार्यरत थीं। रुचिरा कंबोज भूटान साम्राज्य में भारत की पहली महिला राजदूत हैं। वह 1987 विदेश सेवा बैच की टॉपर थीं। रुचिरा कंबोज को 2002-2005 तक न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में काउंसलर के रूप में तैनात किया गया था।
वहां उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधार और मध्य पूर्व संकट आदि सहित कई तरह के राजनीतिक मुद्दों पर काम किया। दिसंबर 2014 में महासचिव कोफी अन्नान की ब्लू रिबन पैनल रिपोर्ट जारी होने पर वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुधार और विस्तार पर काम करने वाली G-4 टीम का हिस्सा थीं।