Yemen Death Row Nurse Nimisha Priya: भारत ने मंगलवार (31 दिसंबर) को कहा कि वह यमन में मौत की सजा का सामना कर रही भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मामले में सभी विकल्पों को तलाशने के लिए हरसंभव मदद मुहैया करा रहा है। केरल की रहने वाली निमिषा प्रिया को कथित तौर पर एक यमन नागरिक की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई है। यमन के जेल में बंद निमिषा प्रिया को मिली मौत की सजा पर 30 दिसंबर 2024 को यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने मुहर लगा दी। निमिषा पर यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का आरोप है।
भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमें यमन में सुश्री निमिशा प्रिया की सजा के बारे में पता है। हम समझते हैं कि प्रिया का परिवार प्रासंगिक विकल्पों पर विचार कर रहा है।" जायसवाल ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा, "सरकार इस मामले में हरसंभव मदद मुहैया करा रही है।"
निमिषा प्रिया की 13 वर्षीय बेटी (नाम गुप्त रखा गया है) को इस उम्मीद के साथ जीना है कि वह अपनी मां से मिल जाएगी। छोटी लड़की को पूरा विश्वास है कि उसकी मां को माफ कर दिया जाएगा और दोनों देशों के अधिकारियों की मदद से वह भारत में उसके साथ वापस आ जाएगी।
राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने अपने देश की अदालत द्वारा निमिषा को दी गई मौत की सजा को बरकरार रखा, जिससे नर्स के परिवार और मानवाधिकार समूहों को उसकी जान बचाने के लिए समाधान की तलाश करनी पड़ी। निमिषा की मां मृत्युदंड की सजा माफ करवाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस साल की शुरुआत में उन्होंने यमन की राजधानी सना की यात्रा की।
निमिशा के पति टॉमी थॉमस ने न्यूज 18 से कहा, "पिछले सात सालों से हम माफी मांगने और निमिषा को जिंदा वापस लाने के लिए हर संभव कानूनी कोशिश कर रहे हैं। जब यह हुआ तब हमारी बच्ची सिर्फ दो साल की थी। उसने अपनी तस्वीरें देखी हैं और वीडियो कॉल पर बात करती है। लेकिन उसे एक मां के सहारे और प्यार की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि हम तलाल अब्दो महदी के परिवार से जुड़ पाएंगे और कोई समाधान निकाल पाएंगे। हम अपनी पत्नी की जिंदगी के बदले में 'दीया' (ब्लड मनी) देने के लिए तैयार हैं।" बल्ड मनी यमन में यह एक पारंपरिक प्रथा है जिसके कारण प्रिया की सजा में कमी आ सकती थी।
केरल में निमिषा का परिवार यमन सरकार के इस फैसले से काफी हैरान है। यमन के राष्ट्रपति द्वारा मौत की सजा को बरकरार रखने के बाद विदेश मंत्रालय (MEA) के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा, "हमें यमन में निमिषा प्रिया की सजा के बारे में पता है। हम समझते हैं कि प्रिया का परिवार प्रासंगिक विकल्पों पर विचार कर रहा है। सरकार इस मामले में हर संभव मदद कर रही है।"
यह बयान यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी की ओर से निमिषा प्रिया की मौत की सजा को हाल ही में मंजूरी दिए जाने के बाद आया है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि एक महीने के भीतर फांसी हो सकती है। इससे परिवार सदमे में है और उसे बचाने के लिए समय की कमी महसूस कर रहा है। निमिषा के पति ने कहा कि हालांकि समय बीत रहा है। लेकिन उन्हें विश्वास है कि महदी के परिवार की अपील और दलीलें सुनी जाएंगी।
नर्स के पति ने न्यूज18 को बताया, "हम अपनी पत्नी को वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हम फिर से एक परिवार की तरह रह सकें। मुझे पूरा विश्वास है कि चर्चाएँ एक ऐसे बिंदु पर पहुंच जाएंगी जहां हम 'दीया' पर चर्चा कर सकते हैं। मैं सकारात्मक हूं। मैं उम्मीद नहीं छोड़ूंगा। मेरी पत्नी एक अच्छी इंसान है। वह बहुत ही देखभाल करने वाली और मददगार स्वभाव की है। लेकिन हम इसमें फंस गए हैं। अब हम निमिषा की जान बचाने के लिए समझौता करने की कोशिश कर रहे हैं।"
केरल के पलक्कड़ जिले के कोलेंगोडे की नर्स निमिषा प्रिया 2008 में अपने डेली वेज वर्कर माता-पिता की मदद के लिए यमन चली गई थीं। उन्होंने कई अस्पतालों में काम किया और आखिरकार अपना खुद का क्लिनिक खोलने का फैसला किया। 2017 में निमिषा प्रिया और उनके यमनी बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी के बीच विवाद हो गया। निमिषा पर महदी की हत्या का आरोप है। तब से वो जेल में है। साल 2020 में सना की एक ट्रायल कोर्ट ने उसे मौत की सजा सुनाई और यमन की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने नवंबर 2023 में फैसले को बरकरार रखा। हालांकि इसने ब्लड मनी का विकल्प खुला रखा।