Pink Himalayan Salt: सेंधा नमक जिसे रॉक सॉल्ट, पिंक सॉल्ट और हिमालयन सॉल्ट के नाम से जानते हैं। ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आजकल बहुत सारे लोग साधारण नमक की जगह इसका उपयोग करने लगे हैं। पहले लोग सिर्फ व्रत-उपवास में इस नमक का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब रोजाना के खाने में भी लोग सेंधा नमक का उपयोग करते हैं। ये नमक हार्ट और ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें भी अन्य नमक की तरह सोडियम और क्लोराइड होता है, लेकिन यह अन्य नमक के मुकाबले यह काफी नेचुरल होता है।
दरअसल, पिंक हिमालयन सॉल्ट यानी सेंधा नमक को हाथ से निकाला जाता है। इसे कम से कम प्रोसेस्ड किया जाता है। सफेद और काले नमक की तरह गुलाबी नमक भी सोडियम क्लोराइड से बना होता है। हालांकि गुलाबी हिमालयन नमक में कई अन्य मिनरल्स होते हैं, जो अन्य नमक में नहीं पाए जाते हैं। इसमें आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। जिसकी वजह से इसका रंग गुलाबी होता है।
सादा नमक को काफी रिफाइंड किया जाता है। इसमें सोडियम एल्युमिनोसिलिकेट या मैग्नीशियम कार्बोनेट जैसे एंटी-केकिंग एजेंट मिलाए जाते हैं। जबकि पिंक हिमालयन सॉल्ट को कम आर्टिफिशियल माना जा सकता है। इसमें किसी भी तरह के एडिटिव नहीं होते हैं। इसे अन्य नमक के मुकाबले ज्यादा प्योर और नेचुरल माना जा सकता है। सेंधा नमक को खाने या पेय पदार्थों में मिलाने से शरीर को फ्लूड बैलेंस बनाने में मदद मिलती है। इससे डिहाइड्रेशन से भी बचाव हो सकता है। सेंधा नमक में करीब 98 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है। जबकि 2 फीसदी मिनरल्स होते हैं। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए इसे डाइट में शामिल किया जा सकता है।
सेंधा नमक शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन लंबे समय तक इसके इस्तेमाल से सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। भारत में लोग अब सेंधा नमक का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं। इससे आयोडीन की कमी हो जाती है और वॉटर रिटेंशन की समस्या भी बढ़ जाती है।