Constitution Day: केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार (26 नवंबर) को दावा किया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 'संविधान दिवस' पर संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिवादन नहीं किया। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी के कथित व्यवहार को अहंकार बताया। एक कथित वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता ने राष्ट्रपति का अभिवादन इसलिए नहीं किया क्योंकि वह आदिवासी समुदाय से आती हैं। आपको बता दें कि 'संविधान दिवस' के अवसर पर देश संविधान का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दिग्गजों को श्रद्धांजलि दे रहा है।
संसद के अंदर की एक वीडियो शेयर करते हुए अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "राहुल गांधी को इतना घमंड है कि राष्ट्रपति जी का अभिवादन तक नहीं किया। सिर्फ इसलिए क्योंकि वो जनजातीय समाज से आती हैं, महिला हैं और राहुल गांधी कांग्रेस के राजकुमार? कैसी घटिया मानसिकता है ये?"
बीजेपी प्रवक्ता सीआर केसवन ने भी राहुल गांधी पर "वंशवादी अधिकार और अहंकार" रखने का आरोप लगाया। उन्होंने मंगलवार को X पर लिखा, "राहुल गांधी का वंशवादी अधिकार और अहंकार इतना बढ़ गया है कि वे माननीय राष्ट्रपति जी को शुभकामनाएं देने की भी जहमत नहीं उठाते।"
राहुल गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्गों के सामने खड़ी दीवार को मजबूत करने का आरोप लगाया। रायबरेली से कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की सरकार के समय इस दीवार को कमजोर करने काम जितनी मजबूती से होना था, वो नहीं हो पाया।
कांग्रेस की ओर से आयोजित 'संविधान रक्षक अभियान' कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस चाहे कुछ भी कर लें, देश में जाति जनगणना और आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा तोड़ने का काम होकर रहेगा। उन्होंने दावा किया कि इस बात की गारंटी है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान को नहीं पढ़ा है, क्योंकि यदि उन्होंने पढ़ा होता तो वह वो काम नहीं करते जो रोजाना करते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, "आपके (एससी, एसटी, ओबीसी के) सामने दीवार खड़ी है, आप इस बात को समझते हैं। इस दीवार को नरेन्द्र मोदी और आरएसएस मजबूत करते जा रहे हैं।" राहुल गांधी के अनुसार, "20 साल से देख रहा हूं...24 घंटे आपको बताया जाता है कि आपको जगह मिलेगी, लेकिन नहीं...धीरे-धीरे दीवार मजबूत होती है।"
उन्होंने कहा, "UPA की सरकार ने मनरेगा दिया, जमीन का अधिकार दिया, भोजन का अधिकार दिया, वो दीवार को कमजोर करने के तरीके थे। आज मैं कह सकता हूं कि जिस प्रकार से दीवार को कमजोर करना था, हमने नहीं किया, जिस मजबूती से उस दीवार को कमजोर करने काम करना था, हमने नहीं किया, संप्रग सरकार ने नहीं किया।"
राहुल गांधी का कहना था, "हम दीवार को तोड़ने की कोशिश करते थे, लेकिन ये (भाजपा) दीवार में सीमेंट डाल रहे हैं, कंक्रीट डाल रहे हैं। इस दीवार को जाति जनगणना के जरिये तोड़ा जा सकता है।" राहुल गांधी ने दावा किया कि आम लोगों की जेब से पैसा निकालकर कुछ उद्योगपतियों को दिया जा रहा है।