मार्केट कैप के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस (Reliance) के मालिक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) दुनिया के दूसरे सबसे बेहतर सीईओ हैं। दुनिया के टॉप सीईओ की यह लिस्ट Brand Finance ने तैयार की है। ब्रांड फाइनेंस के ब्रांड गार्जियनशिप इंडेक्स 2023 (Brand Guardianship Index 2023) के मुताबिक इस लिस्ट में टॉप पर ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कंप्यूटिंग की दिग्गज कंपनी Nvidia के सीईओ जेनसेन हुआंग (Jensen Huang) हैं। यह इंडेक्स हर साल जारी होती है। यह कॉमर्शियल सक्सेस की जरूरतों के साथ लॉन्ग टर्म ब्रांड बिल्टिंग और पर्सनल रेपुटेशन मैनेजमेंट की जरूरतों के बीच बैलेंस बनाने वाले सीईओ की क्षमता के आधार पर तैयार होती है। दुनिया के टॉप 100 सीईओ की इस लिस्ट में 6 भारतीय और टॉप 10 में दो भारतीय हैं। वहीं टॉप-10 में चार भारतीय मूल के भी सीईओ हैं।
Mukesh Ambani क्यों पहुंचे दूसरे स्थान पर
टॉप सीईओ की लिस्ट में अंबानी ने माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला और गूगल के सुंदर पिचाई को भी पीछे कर दिया है यानी कि भारतीय और भारतीय मूल के सीईओ में वह सबसे आगे हैं। ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट के मुताबिक अंबानी लगातार रिलायंस के ग्रीन एनर्जी में ट्रांजिशन, और टेलीकॉम और खुदरा इकाइयों की निगरानी कर रहे हैं। सकारात्मक बदलाव को लेकर इस प्रतिबद्धता ने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन और एमडी के तौर पर उनके परसेप्शन को पॉजिटिव तरीके से बढ़ा दिया है। ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट के मुताबिक यह ब्रांड गार्जियनशिप इंडेक्स के भीतर 'इंस्पायर्स पॉजिटिव चेंज' पैमाने पर अंबानी के टॉप परफॉरमेंस से दिखता है।
अंबानी और हुआंग ने पछाड़ा सत्य नडेला को
टॉप सीईओ की लिस्ट में एनवीडिया के सीईओ जेनसेन हुआंग को एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस), डिजिटल बॉयोलॉजी, क्लाइमेट साइंसेज, और ऑटोनॉमस व्हीकल्स और रोबोटिक्स के जरिए उनकी कंपनी के कंप्यूटिंग दुनिया के अगले दौर में जाने की प्रक्रिया पर निरीक्षण के चलते टॉप पर रखा गया है। हुआंग और अंबानी, दोनों ने ही सत्या नडेला को तीसरे स्थान पर पछाड़ दिया है। पिछले साल नडेला इस सूची में पहले स्थान पर थे। ब्रांड गार्जियनशिप इंडेक्स 2023 में चौथे स्थान पर एडोब के शांतनु नारायण और पांचवे पर गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई हैं। छठे स्थान पर डिलॉयट के सीईओ पुनीत रेंजेन और सातनें पर एस्टी लॉडर के फैब्रिजियो फ्रेडा हैं। आठवें पर टाटा सन्स के सीईओ नटराजन चंद्रशेखरन हैं।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 ग्रुप का हिस्सा है। नेटवर्क18 का नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।