बिजनेस रियल्टी शो शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) के जरिए कंपनियों को निवेशक खोजने में सहूलियत होती है और अच्छे प्रोजेक्ट में शार्क टैंक के जज पैसे भी लगाते हैं। अब तक इसके दो सीजन आ चुके हैं और पहले सीजन में शार्क टैंक की जज और एमक्योर फार्मा (Emcure Pharma) की एग्जेक्यूटिव डायरेरक्टर नमिता थापर ने जिस एक कंपनी में पैसे लगाए थे, उसकी कारोबारी सेहत के बारे में रविवार को अपडेट दिया। उन्होंने एक अंडरवियर ब्रांड बमर (Bummer) में पैसे लगाए थे।
अब उन्होंने रविवार को इसके फाउंडर और सीईओ सुलय लावसी (Sulay Lavsi) के साथ एक तस्वीर साझा की है और इस बात की तरफ इशारा किया है कि कैसे सुलय ने अपने बातचीत करने के तरीके और आत्मविश्वास से दिल जीत लिया था। इसके अलावा उन्होंने सुलय के कारोबार की सेहत के बारे में भी जानकारी दी।
कैसी है Bummer की कारोबारी सेहत
नमिता थापर ने बमर में निवेश किया था। नमिता इसके फाउंडर सुलय के बातचीत के कौशल और आत्मविश्वास प्रभावित दिखीं। उन्होंने जानकारी दी कि जब उन्होंने इसमें पैसे लगाए थे तो इसकी सालाना बिक्री करीब 60 लाख रुपये की थी और अब वित्त वर्ष 2023 में इसकी सालाना बिक्री करीब 11 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। इसका मंथली रिकरिंग रेवेन्यू (MRR) करीब 2 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है। शार्क टैंक का पहला सीजन 20 दिसंबर 2021 से 4 फरवरी 2022 तक टेलीकॉस्ट हुआ था।
Shark Tank के जजों ने कितना किया था निवेश?
शार्क टैंक इंडिया के पहले सीजन में नमिता थापर और बोट इलेक्ट्रॉनिक्स के फाउंडर अमन गुप्ता ने बमर में 75 लाख रुपये निवेश किए थे। इसके बदले में उन्हें 7.5 फीसदी इक्विटी मिली थी। मजेदार बात ये भी है कि बमर को शार्क टैंक के जिस एपिसोड में यह निवेश हासिल हुआ था, उसी में एक और शार्क यानी शो के जज और भारतपे के को-फाउंडर अश्नीर ग्रोवर ने मशहूर डॉयलॉग मारा था- ये सब दोगलापन है। यह डॉयलॉग ट्विटर पर खूब चर्चित हुआ था।