UP News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। लखनऊ में पिछले सप्ताह हुई एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि यह रिश्ता 24 घंटे भी नहीं टिक सका। सात फेरे लेने के बाद दुल्हन मुश्किल से सिर्फ 24 घंटे ससुराल में रही। शादी के दूसरे दिन ही उसने पति के साथ रहने से इनकार कर दिया। दुल्हन के सामने दूल्हा गुहार लगाता रहा। लेकिन लड़की अपने फैसले पर अड़ी रही। दुल्हे पक्ष की तरफ से एक पंचायत बुलाई गई, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अडिग रही। न्यूज 18 के मुताबिक, कपल की शादी भंवरेशर मंदिर में हुई थी। लड़की का कहना है कि यह शादी झूठ की बुनियाद पर हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सप्ताह शनिवार को भंवरेशर मंदिर में लड़के और लड़की वाले जुटे थे। इस दौरान महादेव को साक्षी मानकर दूल्हा-दुल्हन ने मंदिर में ही सात फेरे लिए। इस दौरान दोनों पक्षों की तरफ से काफी लोग मौजूद थे। दूल्हा-दुल्हन ने सभी के सामने एकदूसरे को वरमाला पहनाई। इसके बाद दूल्हा खुशी-खुशी दुल्हन को लेकर अपने घर लेकर आया।
दुल्हन को मिली सीक्रेट जानकारी
इसी बीच, खबर है कि दुल्हन को दुल्हन के बारे में एक चौंकाने वाली हकीकत का पता चला। इसके बाद उसका पारा चढ़ गया और उसने ससुराल में रहने से साफ तौर पर इनकार कर दिया। दुल्हन प्रतापगढ़ के मानिकपुर की रहने वाली है। लड़की के पिता की मौत हो चुकी है। इसी बीच, रामस्वरूप और सरवन नाम के दो व्यक्तियों ने निगोहां निवासी युवक से उसका रिश्ता कराने का भरोसा दिलाया।
पूछने पर उन्होंने बताया कि लड़का अपनी बिरादरी का है। परिवार भी अच्छा-खासा है। बिचौलियों के झांसे में आकर दुल्हन की मां ने शादी के लिए हामी भर दी। शनिवार को भंवरेश्वर मंदिर में दोनों परिवार के लोग इकट्ठे हुए और रिति रिवाज से शादी संपन्न हुई। लड़की सिर्फ एक रात के लिए ससुराल में रही। इसी बीच, लड़की को पता चला कि दूल्हा उसकी बिरादरी का नहीं है। यह सच्चाई जानने के बाद बवाल मच गया।
दुल्हन का ससुराल में रहने से इनकार
दुल्हन ने ससुराल में रहने से इनकार कर दिया है। वर पक्ष के लोगों ने शुरू में दुल्हन को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। वर पक्ष का कहना था कि शादी रामस्वरूप और सरवन ने करवाई है। उनके मुताबिक, बिचौलियों ने शादी के लिए उनसे पैसे भी लिए हैं। दुल्हे पक्ष ने कहा कि हमने बिचौलियों को सब कुछ साफ बता दिया था। लेकिन उन्होंने दुल्हन के घरवालों को जानकारी नहीं दी। पंचों ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद शादी तोड़ने का ऐलान कर दिया और लड़की को उसकी मौसी के साथ जाने की अनुमति दे दी।