Vedanta के फाउंडर और चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) अक्सर सामाजिक, आर्थिक जैसे मसलों पर अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं। वह अपने लाइफ और संघर्ष की कहानियां भी सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं। उनका मकसद लोगों खासकर युवाओं को बेहतर करने के लिए प्रेरित करना होता है। 28 सितंबर यानी बुधवार को उन्होंने LinkedIn पर एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने इंडिया के दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी (India Fifth Largest Economy in World) बनने पर खुशी जाहिर की है।
अग्रवाल ने लिखा है कि कुछ दिन पहले सुबह की चाय पीने के दौरान जब उन्होंने अखबार पर नजर डाली तो उन्हें इस बारे में पता चला। उन्होंने बताया है कि इस खबर को पढ़कर मन गदगद हो गया। दरअसल, इंडियन इकोनॉमी अब दुनिया में छठे पायदान से पांचवें पर आ गई है। उसने इंग्लैंड को पांचवें पायदान से बेदखल कर दिया है। इंडिया ने उस देश को पीछे छोड़ दिया है, जिसने उस पर 200 साल से अधिक समय तक राज किया।
वेदांता के चेयरमैन ने इस उपलब्धि में देश के युवाओं का बड़ा योगदान बताया है। उन्होंने कहा है कि देश के युवा आज इनोवेटर्स बन गए हैं। वे अपने सपने को हकीकत में बदल रहे हैं। इससे इंडिया की ग्रोथ स्टोरी आगे बढ़ रही है।
अपने लिंक्डइन पोस्ट में उन्होंने लिखा है, "कुछ हफ्ते पहले जब सुबह की चाय पीते वक्त मैंने न्यूजपेपर्स ओपन किए तो मेरे चेहरे पर बड़ी मुस्कान आ गई। एक खबर की हेडलाइन थी कि इंडिया यूके को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया है। इसका बड़ा श्रेय उन युवाओं को जाता है, जो इंडिया की ग्रोथ स्टोरी में इनोवेटर्स और ड्रीमर्स का रोल निभा रहे हैं।"
अग्रवाल ने अपने बचपन के दिनों को याद किया है। जब उन्हें ग्रॉसरी खरीदने के लिए पटना में किराने की दुकान पर जाना पड़ता था। उन्होंने लिखा है कि तब साइकिल पर ग्रॉसरी को संभालने में बहुत दिक्कत आती थी। उन्होंने फिर Zomato और Zepto जैसे स्टार्टअप का जिक्र किया है, जिससे उनकी सात साल की पोती भी सिर्फ बटन दबाकर फूड ऑर्डर कर देती है। उन्होंने लिखा है कि टेक्नोलॉजी की ताकत का इस्तेमाल कर ये कंपनियां हमारी रोजाना की जिंदगी की जरूरत बन गई हैं।
वेदांता के फाउंडर ने कहा है कि उन्हें इस बात का गर्व हैं कि इंडिया दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम बन गया है। सिर्फ अमेरिका और चीन इससे आगे हैं। उन्होंने बताया है कि 2021 में इंडिया में 44 स्टार्टअप्स ने यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया। इससे देश में यूनिकॉर्न की संख्या बढ़कर 83 हो गई है। उन्होंने इंडिया की ग्रोथ स्टोरी जारी रहने की उम्मीद जताया है। उन्होंने कहा है मैं गर्व से कह सकता हूं कि 2030 तक इंडिया दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी में शामिल होगा।