पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के सैंथिया कस्बे और उसके आसपास के पांच ग्राम पंचायत क्षेत्रों में इंटरनेट और वॉयस-ओवर-इंटरनेट टेलीफोनी सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, ये कदम अफवाहों और गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए उठाया गया है। ये प्रतिबंध 14 मार्च (शुक्रवार) से 17 मार्च (सोमवार) तक प्रभावी रहेगा। प्रशासन का कहना है कि इस दौरान क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह जरूरी था। हाल ही में सैंथिया में दो गुटों के बीच विवाद के चलते हिंसा भड़क गई थी, जिसमें पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि शांति बनी रहे।
स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस तैनात
हालात को बिगड़ता देख पुलिस बल को मौके पर भेजा गया। अधिकारियों के अनुसार, अब तक आगजनी की कोई घटना सामने नहीं आई है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।
अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद
अफवाहों और गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए प्रशासन ने सैंथिया शहर और आसपास के पांच ग्राम पंचायतों में इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से निलंबित कर दी है। ये प्रतिबंध 14 मार्च (शुक्रवार) से 17 मार्च (सोमवार) तक लागू रहेगा।
केवल डेटा सेवाएं प्रतिबंधित
राज्य सरकार के गृह और हिल अफेयर्स विभाग के प्रधान सचिव ने इंटरनेट और कॉल सेवाओं पर अस्थायी रोक लगाने का आदेश जारी किया। हालांकि, वॉयस कॉल और एसएमएस सेवाएं सामान्य रूप से चालू रहेंगी। इसी तरह, समाचार पत्रों के प्रकाशन पर भी कोई रोक नहीं लगाई गई है।
प्रभावित क्षेत्र और पुलिस की कार्रवाई
इंटरनेट सेवा निलंबन का असर सैंथिया, हटोरा ग्राम पंचायत, मठपालसा जीपी, हरिसरा जीपी, दरियापुर जीपी और फुलुर जीपी में दिखेगा। पुलिस प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि ये कदम सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और संभावित अपराधों को रोकने के लिए उठाया गया है।