पिछले साल आज ही के दिन यानी 14 अगस्त 2022 को दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का हार्ट अटैक के चलते निधन हो गया था। राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो पर आम निवेशकों की निगाहें लगी रहती थी कि उन्होंने किस शेयर पर दांव लगाया है और किस शेयर को बेचा है। बिग बुल (Big Bull) से आम निवेशक काफी प्रभावित थे लेकिन बिग बुल खुद किससे प्रभावित थे? बिग बुल राकेश झुनझुनवाला ने इसे लेकर बताया था कि वह दिग्गज निवेशक आरके दमानी और नेमिश शाह से काफी प्रभावित हैं। राकेश झुनझुनवाला इन दोनों का वे तहेदिल से सम्मान करते हैं।
RK Damani से 1985 में हुआ था Rakesh Jhunjhunwala का परिचय
राकेश झुनझुनवाला पहली बार आरके दमानी से 1985 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की बिल्डिंग से सटी गली में हुआ था। यह वह जगह थी कि जहां ब्रोकर्स और मार्केट पार्टिसिपेंट्स दिन का कारोबार खत्म होने के बाद ट्रेडिंग से जुड़ी बातचीत के लिए इकट्ठा होते थे। झुनझुनवाला ने सीएनबीसी-टीवी18 को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके जीवन में बहुत से लोगों ने उन्हें प्रभावित किया, लेकिन किसी ने भी मुझे उस तरह प्रभावित नहीं किया जैसा दमानी ने किया।
राकेश झुनझुनवाला ने बताया कि जब दोनों की मुलाकात हुई थी तो झुनझुनवाला के पास कोई ऑफिस नहीं था लेकिन दोनों ने तुरंत दोस्ती कर ली क्योंकि झुनझुनवाला हमेशा एक ऐसा शख्स चाहते थे, जो उन्हें सुने और दमानी हमेशा किसी ऐसे व्यक्ति को सुनना चाहते थे जो सार्थक बात करे। झुनझुनवाला के मुताबिक दमानी की सबसे बड़ी खूबी किसी बात को धैर्यपूर्वक सुनना है। उन्होंने एक वाकया भी सुनाया कि वह टाटा पावर को लेकर बुलिश थे लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी, सिवाय आरके दमानी के।
दमानी के साथ अपने अनुभवों के बारे में बात करते हुए झुनझुनवाला ने कहा था कि काश उनके पास भी दमानी के समान बुद्धि होती। झुनझुनवाला का मानना था कि ट्रेडिंग का अधिकतर ज्ञान उन्हें दमानी से सीखकर मिला। झुनझुनवाला के मुताबिक उनके जैसा एक भी निवेशक है जिसके पास कोई एनालिस्ट नहीं है। झुनझुनवाला के मुताबिक दमानी हर काम व्यापक सोच के साथ करते हैं जैसे कि इक्विटी खरीदें, ब्याज के लिए पैसे न लगाएं। ये ऐसी चीजें हैं जिन्हें सिखाया नहीं जा सकता लेकिन सीखना पड़ता है। झुनझुनवाला ने कहा कि अपने पिता के बाद सबसे अधिक उन्होंने दमानी से सीखा और सिर्फ निवेश की बारीकियां ही नहीं सीखीं, बल्कि विनम्रता और अपने माता-पिता के प्रति सम्मान जैसे गुणों के महत्व को भी समझा। झुनझुनवाला और दमानी के बीच का रिश्ता हमेशा बना रहा।
राकेश झुनझुनवाला ने आरके दमानी के अलावा एक और दिग्गज निवेश से सीखा था, वह हैं नेमिश शाह। झुनझुनवाला के मुताबिक शाह नंबर्स पर भरोसा रखते थे। शाह ने उन्हें डेटा पर बेसिक रिसर्च की महत्ता का पाठ पढ़ाया। पेशे के चलते आरके दमानी और नेमिश शाह में कड़ी टक्कर थी लेकिन झुनझुनवाला दोनों को ही अत्यधिक विनम्र और मददगार मानते थे।