Get App

What is Hindenburg Research: क्या है हिंडनबर्ग रिसर्च, किसने किया शुरू; कैसे पड़ा यह नाम

Story of Name Hindenburg: कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार यह नाम एक डिजास्टर यानि त्रासदी पर बेस्ड है, जिसे टाला जा सकता था। अब तक हिंडनबर्ग रिसर्च ऐसी दर्जनों रिपोर्ट जारी कर चुकी है, जिसमें उसने किसी न किसी तरह का खुलासा किया है, जिससे कई कंपनियों के शेयर बुरी तरह टूटे। कंपनी का मकसद शेयर बाजार में वित्तीय हादसे से लोगों को बचाना है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Aug 12, 2024 पर 12:16 PM
What is Hindenburg Research: क्या है हिंडनबर्ग रिसर्च, किसने किया शुरू; कैसे पड़ा यह नाम
Hindenburg Research की शुरुआत साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की।

हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) एक बार फिर सुर्खियों में है। 24 जनवरी, 2023 को यह तब चर्चा में आई थी, जब इसने 'अदाणी ग्रुप: हाउ द वर्ल्ड्स थर्ड रिचेस्ट मैन इज पुलिंग द लार्जेस्ट कॉन इन कॉरपोरेट हिस्ट्री' शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर बड़े पैमाने पर कॉरपोरेट कदाचार और शेयर-कीमत में हेरफेर का आरोप लगाया गया था। अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर आसमान से जमीन पर आ गए थे।

अब इसी की एक आगे की कड़ी के तौर पर 10 अगस्त 2024 को हिंडनबर्ग ने एक नई रिपोर्ट जारी की, जिसमें आरोप है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के पास उन दो अस्पष्ट विदेशी कोषों यानि ऑफशोर फंड्स में हिस्सेदारी है, जिसका इस्तेमाल अदाणी समूह में पैसों की कथित हेराफेरी में किया गया।

आखिर क्या है यह हिंडनबर्ग? क्या काम करती है? क्या अदाणी ग्रुप के अलावा किसी और पर भी रिपोर्ट ला चुकी है? और इस हिंडनबर्ग नाम का मतलब क्या है? ऐसे ही सवालों के जवाब हम इस रिपोर्ट में लेकर आए हैं।

क्या है हिंडनबर्ग रिसर्च?

सब समाचार

+ और भी पढ़ें