Wi-Fi Dangers: अगर आपके घर में भी वाई-फाई लगा हुआ है तो जाहिर सी बात है कि 24 घंटे इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। फिल्में और गेम भी डाउनलोड कर सकते हैं। वाई-फाई की बदौलत आप हाई स्पीड में इंटरनेट इस्तेमाल कर सकते हैं। कोरोना काल के दौर से वर्क फ्रॉम होम में इजाफा हुआ है। जिससे इंटरनेट की खपत बढ़ी है। ऐसे में बहुत से लोगों ने अपने घर पर वाई-फाई लगवा लिया। तमाम तरह की जरूरतों की जवह से लोगों के घर में 24 घंटे वाई-फाई राउटर को 24 घंटे चालू रखते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इससे गंभीर बीमारियों का जोखिम कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है।
दरअसल, Wi-Fi से काफी मात्रा में रेडिएशन निकलता है। Wi-Fi (वायरलेस फ़ाई) एक तकनीक है। जिसका उपयोग डेटा को वायरलेस रूप से इंटरनेट से कनेक्टेड उपकरणों के बीच ट्रांसमिट करने के लिए किया जाता है। Wi-Fi रेडियो तरंगों का उपयोग करता है। जिससे डेटा को बिना तार या केबल के और लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट आदि जैसे डिवाइस के साथ शेयर किया जाता है।
बेहतर कनेक्टिविटी के साथ ढेर सारी बीमारी
घर में लगे वाई-फाई से खतरनाक तरंगे आपके आसपास ही रहती हैं। वाई-फाई से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैगनेट तरंगे सेहत पर बुरा असर डाल सकती हैं। वाई-फाई के राउटर से कई तरह की रेडिएशन तरंगे निकलती हैं। जिससे डिप्रेशन, अनिद्रा, बल्ड प्रेशर जैसी तमाम बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। वाई-फाई की रेडिएशन वेव्स हमें मानसिक तौर पर प्रभावित करती हैं। यहां तक की इंटरनेट के अत्यधिक इस्तेमाल से लोगों की स्मरण शक्ति पर बुरा असर पड़ रहा है। इससे अल्जाइमर की समस्या हो रही है। बता दें कि राउटर से पैदा होने वाला रेडिएशन बच्चों के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है। राउटर से निकलने वाला इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन कैंसर और हार्ट जैसी जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है।
आज के समय में बेहतर कनेक्टिविटी और तेज इंटरनेट स्पीड सभी को चाहिए। बगैर उसके कई काम नहीं हो सकते। हालांकि, इनके बुरे प्रभाव से बचने के लिए हम इनका उपयोग सीमित कर सकते हैं। जब तक जरूरत हो तभी तक इन्हें ऑन रखें। कोशिश करें की रात को सोते समय वाई-फाई जरूर बंद कर दें। ऐसा कर के ना सिर्फ आप रेडिएशन वेव्स और इलेक्ट्रोमैगनेट तरंगों से खुद को बचाएंगे, बल्कि बिजली की भी बचत कर सकते हैं।