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Operation Bhediya: बहराइच में 8 बच्चों को मारने वाले 4 आदमखोर भेड़िए पकड़े गए, 2 अभी भी फरार, जानें कैसे शुरू हुआ 'ऑपरेशन भेड़िया'

Operation Bhediya: यूपी के बहराइच जिले में आठ लोगों की हत्या में शामिल चार आदमखोर भेड़ियों को पकड़ लिया गया है। पिछले दो महीनों में बहराइच में भेड़ियों के हमलों में अब तक सात बच्चों और एक महिला सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो चुकी है

अपडेटेड Aug 29, 2024 पर 6:19 PM
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Operation Bhediya: बहराइच में भेड़ियों के हमलों में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 15 अन्य घायल हैं

Operation Bhediya: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आतंक का पर्याय बने चार आदमखोर भेड़ियों को आखिरकार पकड़ लिया गया है। वन विभाग की टीम ने गुरुवार (29 अगस्त) को जिले की महसी तहसील में लोगों को निशाना बनाने वाले चौथे नर भेड़िए को पकड़ा। इससे पहले तीन भेड़ियों को वन विभाग पकड़ चुका है। बताया जा रहा है कि अभी दो भेड़िए इलाके में मौजूद हैं, जिन्हें पकड़ने के प्रयास जारी है। बहराइच में दो महीने में 8 लोगों की मौत और कम से कम 15 अन्य के घायल होने के बाद जिला वन विभाग ने इन हमलों के लिए जिम्मेदार भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के लिए "ऑपरेशन भेड़िया" शुरू किया था।

"आपरेशन भेड़िया (Operation Bhediya)" के प्रभारी कमांडर और बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया, "हमने घाघरा नदी के कछार में स्थित सिसैया चूड़ामणि गांव के पास चारा बांधकर पिंजरे और नदी किनारे बड़े-बड़े जाल लगाए थे।"

उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह नदी के किनारे लगे जाल में फंसते ही भेड़िए को पिंजरे में कैद कर लिया गया। उन्होंने पीटीआई को कहा, "पकड़ा गया भेड़िया पूर्ण वयस्क नर है। हमें हमलावर भेड़िए के जो पद चिह्न मिले हैं। वह करीब 9 से 10 सेंटीमीटर के हैं। इस नर भेड़िए के पद चिह्न भी 9-10 सेंटीमीटर ही दिख रहे हैं।"


बधावन ने बताया कि इस जंगली जानवर को कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार के पशु डॉक्टर दीपक वर्मा की देखरेख में वन रेंज कार्यालय में रखा गया है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व तीन भेड़िए पकड़े गए थे।

दो की तलाश जारी

अधिकारी ने बताया कि पद चिह्नों और अन्य तरीकों से किए गए विश्लेषण के आधार पर माना जा रहा है कि क्षेत्र में अभी एक और वयस्क मादा भेड़िया अपने बच्चे के साथ मौजूद है, जिसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। अपर मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह ने पत्रकारों से बताया, "पकड़ा गया भेड़िया स्वस्थ है। इससे पहले पकड़े गए तीन में से एक भेड़िए की मौत हो गई थी। जबकि दो भेड़ियों को चिड़ियाघर में शिफ्ट किया गया है। गुरुवार को पकड़े गए भेड़िए को गोरखपुर चिड़ियाघर भेजने की तैयारी है।

बहराइच के महसी तहसील में भेड़ियों का एक झुंड बीते करीब डेढ़-दो महीनों से लोगों को निशाना बना रहा है। इनके हमलों में अब तक सात बच्चों और एक महिला की मौत हो चुकी है। जबकि करीब ढाई दर्जन लोग घायल हुए हैं।

'ऑपरेशन भेड़िया' (How Operation Bhediya Unfolded)

"ऑपरेशन भेड़िया" के तहत बहराइच वन विभाग ने भेड़ियों को ट्रैक करने और पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरे एवं थर्मल मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस ऑपरेशन की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। वहीं, वन मंत्री अरुण सक्सेना ने बुधवार को पीड़ितों के परिवारों से मिलने के लिए प्रभावित जिले का दौरा किया। कई गांवों के अपने दौरे के दौरान, सक्सेना ने निवासियों को आश्वासन दिया कि वन विभाग भेड़ियों को पकड़ने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है।

बयान में कहा गया है, "जिला प्रशासन ने चार मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की है। शेष पीड़ितों के परिवारों को जल्द ही भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।" मंत्री ने आश्वासन दिया कि विभाग हाई अलर्ट पर है और शेष भेड़ियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने लोगों को रात में बाहर सोने से बचने, बच्चों को घर के अंदर रखने और अपने दरवाजे सुरक्षित रूप से बंद करने की सलाह दी है। इसके अलावा, उन्होंने निवासियों को समूहों में चलने और बाहर जाते समय सुरक्षा के लिए लाठी रखने की सलाह दी।

'ड्रोन, जाल और पिंजरों का इस्तेमाल'

बुधवार रात को बहराइच के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "भेड़ियों को पकड़ने के लिए ड्रोन, जाल और पिंजरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। हम लगातार भेड़ियों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि कहीं कोई अप्रिय घटना न हो... 8 लोगों की जान चली गई है और 15 अन्य घायल हैं।"

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव ने कहा, "हमने भेड़ियों को पकड़ने के लिए 16 टीमें तैनात की हैं। 12 जिला स्तरीय अधिकारी भी यहां तैनात हैं। अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह तब तक मौके पर रहेंगी जब तक कि सभी भेड़ियों को पकड़ नहीं लिया जाता।"

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्य वन्यजीव वार्डन ने भेड़ियों को बेहोश करने की अनुमति दे दी है। जिला मजिस्ट्रेट मोनिका रानी ने कहा कि जिन घरों में दरवाजे नहीं हैं, उनमें गेट लगाए जा रहे हैं। सभी गांवों में रात में गश्त की जा रही है।

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उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को निवासियों के बीच जागरूकता बढ़ाने का काम सौंपा गया है। भेड़िए को वन विभाग के अधिकारियों ने पटाखे फोड़कर एक खास रास्ते पर जाने के लिए मजबूर किया, जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद उन्होंने उसे बेहोश कर दिया और चिड़ियाघर ले गए।

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