Zomato से ऑर्डर होगा सस्ता? कोर्ट के इस फैसले से मिल सकती है ग्राहकों को राहत

ऑनलाइन फूड ऑर्डर करते समय आपके पैकेजिंग के लिए अलग से चार्ज चुकाना पड़ जाता है, जिसके चलते टोटल पेड अमाउंट बढ़ जाता है। हालांकि अब जोमैटो से कुछ ऑर्डर करना सस्ता पड़ सकता है। इसकी वजह ये है कि पैकेजिंग चार्जेज को लेकर एक पीआईएल दाखिल हुई थी जिसमें KFC-Pizza Hut को कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है और इसके चलते Zomato से ऑर्डर करना सस्ता हो सकता है

अपडेटेड Aug 10, 2023 पर 9:09 AM
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Zomato का कहना है कि पैकेजिंग फीस रेस्टोरेंट्स तय करते हैं।

ऑनलाइन फूड ऑर्डर करते समय आपके पैकेजिंग के लिए अलग से चार्ज चुकाना पड़ जाता है, जिसके चलते टोटल पेड अमाउंट बढ़ जाता है। हालांकि अब इससे राहत मिल सकती है। गुजरात की एक कंज्यूमर कोर्ट ने फास्ट फूड चेन केएफसी (KFC) और पिज्जा हट (Pizza Hut) को पैकेजिंग चार्ज ग्राहकों से वसूल करने पर रोक दिया है। कोर्ट ने यह फैसला बिहार के एक लॉ स्टूडेंट की जनहित याचिका (PIL) पर सुनाया है। इस लॉ स्टूडेंट ने जब ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो (Zomato) के जरिए फूड ऑर्डर करने की कोशिश की तो उसके ऑर्डर में एक्स्ट्रा चार्जेज जुड़ रहे थे, इसे लेकर पीआईएल याचिका दाखिल हुई थी।

कंज्यूमर कोर्ट में कैसे पहुंचा मामला

मनीकंट्रोल से बातचीत में जनहित याचिका दायर करने वाले 21 वर्षीष रौनक सिन्हा ने बताया कि वह कंज्यूमर कोर्ट में क्यों गए। रौनक मारवाड़ी यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ लॉ से अंतिम साल के लॉ स्टूडेंट हैं। उन्होंने बताया कि एक साल पहले जब वह जोमैटो से फूड ऑर्डर कर रहे थे तो उनकी निगाह हर फूड प्रोडक्ट पर पैकिंग फीस पर पड़ी जो रेस्टोरेंट चार्ज कर रही थी। उस समय केएफसी 33 रुपये पैकिंग चार्ज में ले रही थी। इसके बाद रौनक ने पिज्जा हट और केएफसी को नोटिस भेजा तो उन्होंने जवाब नहीं भेजा। फिर रौनक ने राजकोट के डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर फोरम के खिलाप कंज्यूमर कोर्ट में उन्होंने शिकायत कर दी। यहां दोनों कंपनियों ने जवाब दिया कि पैकेजिंग चार्जेज जोमैटो वसूल कर रही है। हालांकि जोमैटो का कहना है कि यह फीस रेस्टोरेंट्स तय करते हैं।


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कोर्ट ने किस आधार पर दिया KFC-Pizza Hut को झटका

कंज्यूमर कोर्ट ने इस मामले में आठ पेज का फैसला सुनाया है। कोर्ट का कहना है कि पैकेजिंग का चार्ज केएफसी और पिज्जा हट को वहन करने की जिम्मेदारी है। इसे ग्राहकों से नहीं वसूल किया जा सकता है। कोर्ट का कहना है कि इस प्रकार के पैकेजिंग चार्जेज वसूल करना अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिसेज का हिस्सा हैं।

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Zomato के बाद अब Swiggy का नंबर?

रौनक का कहना है कि जब 2022 में उन्होंने पीआईएल फाइल किया था तो सिर्फ दो से तीन रेस्टोरेंट्स ही एक्स्ट्रा फीस ले रहे थे लेकिन अब लगभग सभी अलग से पैकेजिंग चार्ज ले रहे हैं। कंज्यूमर कोर्ट का फैसला आने के बाद रौनक ने जोमैटो को लिखा है और अनुरोध किया है कि रेस्टोरेंट पार्टनर के साथ मिलकर ऐसी धोखाधड़ी वाली हरकतों में शामिल न हों। रौनक ने यह भी कहा कि अगर जोमैटो इस मामले में सही कदम नहीं उठाती है तो वह उसके खिलाफ कानूनी कदम उठा सकते हैं।

जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने जोमैटो की प्रतिद्वंद्वी कंपनी स्विगी (Swiggy) से भी ऐसा कोई अनुरोध किया है। इस पर रौनक ने कहा कि चूंकि उन्होंने ऑर्डर जोमैटो पर किया था तो उन्होंने नोटिस सिर्फ उसे भेजा है। हालांकि अब ऐसी स्थिति है कि सिर्फ स्विगी ही नहीं बल्कि ईट स्योर (Eat Sure) भी पैकेजिंग चार्जेज लगा रही है।

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First Published: Aug 10, 2023 9:09 AM

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