उत्तर प्रदेश को लगातार चौथी बार कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (UP DGP) मिला है। उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार (Prashant Kumar DGP) को राज्य का नया कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (UP DGP) नियुक्त किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि प्रशांत कुमार उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी होंगे। इससे पहले वह विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) के पद पर आसीन थे। वह विजय कुमार (Vijay Kumar) का स्थान लेंगे, जो आज रिटायर हो रहे हैं। कुमार उत्तर प्रदेश के लगातार चौथे कार्यवाहक DGP होंगे।
वर्ष 1990 बैच के IPC अधिकारी प्रशांत कुमार 16 सीनियर अधिकारियों को पीछे छोड़ यूपी के नए कार्यवाहक डीजीपी बने हैं। बीते करीब साढ़े तीन साल से देश के सबसे बड़े राज्य के कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा उनके पास EOW और स्टेट SIT की जिम्मेदारी भी है।
समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "लगता है एक बार फिर उप्र को कार्यवाहक डीजीपी मिलनेवाला है। जनता पूछ रही है कि हर बार कार्यवाहक डीजीपी बनाने का खेल दिल्ली-लखनऊ के झगड़े की वजह से हो रहा है या फिर अपराधियों के संग सत्ता की सांठगांठ के कारण।"
1990 बैच के IPS अधिकारी प्रशांत कुमार बिहार से हैं। यह लगातार चौथी बार है जब यूपी को कार्यवाहक पुलिस प्रमुख मिला है। 11 मई, 2022 को "विभागीय कार्यों में रुचि न लेने और अक्षमता" के लिए मुकुल गोयल को हटाने के बाद से कोई पूर्णकालिक डीजीपी नियुक्त नहीं किया गया है।
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गोयल वर्तमान में नागरिक सुरक्षा विभाग के महानिदेशक के रूप में तैनात हैं और अगले महीने रिटायर होने वाले हैं। गोयल के बाद डीएस चौहान ने कार्यवाहक डीजीपी के रूप में पदभार संभाला और अप्रैल 2023 में रिटायर हो गए। बाद में, 31 मई, 2023 को विजय कुमार को इस पद पर नियुक्त किए जाने से पहले आरके विश्वकर्मा ने एक महीने से अधिक समय तक कार्यवाहक डीजीपी के रूप में कार्य किया।