केरल के वन अधिकारियों ने वायनाड भूस्खलन के बाद एक पहाड़ी की चोटी पर गुफा में फंसे आदिवासी समुदाय के चार बच्चों और उनके माता-पिता को बचाने के लिए आठ घंटे का साहसिक अभियान चलाया। 30 जुलाई को हुए भूस्खलन में 308 लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के हशीस के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने भारी बारिश और चट्टानी इलाके के बीच आदिवासी परिवार को बचाया, जिसमें एक से चार साल की उम्र के चार बच्चे भी शामिल थे। उनकी बहादुरी के कारनामे की केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी काफी तारीफ की।
