दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) ने कहा है कि वॉट्सऐप (WhatsApp) की 2021 की प्राइवेसी पॉलिसी (Privacy Policy) इसके यूजर्स को ‘‘स्वीकार करो या जाओ’’ की स्थिति में डाल देती है। साथ ही वह यूजर्स को विकल्प मुहैया कराने का भ्रम देकर उन्हें समझौता करने के लिए एक तरह से मजबूर करती है। फिर वह उनके डेटा को अपनी पैरेंट कंपनी फेसबुक (Facebook) के साथ शेयर करती है।