Interarch Building Products IPO: ₹600 करोड़ के इश्यू के लिए क्या हैं रिस्क फैक्टर, लिस्टिंग को लेकर ग्रे मार्केट से क्या संकेत
Interarch Building Products IPO Details: कंपनी के प्रमोटर अरविंद नंदा, गौतम सूरी, ईशान सूरी और विराज नंदा हैं। वर्तमान में प्रमोटर्स के पास कंपनी में 87.53 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स IPO के लिए एंबिट प्राइवेट लिमिटेड और एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। लिंक इनटाइम इंडिया, रजिस्ट्रार है
Interarch Building Products IPO में 200 करोड़ रुपये के 22 लाख नए शेयर जारी होंगे।
Interarch Building Products IPO: टर्नकी प्री-इंजीनियर्ड स्टील कंस्ट्रक्शन सॉल्यूशंस में दिग्गज कंपनी इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स अपने पब्लिक इश्यू से 600.29 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके लिए IPO 19 अगस्त को खुलेगा और 21 अगस्त को बंद होगा। प्राइस बैंड 850-900 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 16 शेयर है। IPO क्लोज होने के बाद शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर 26 अगस्त को होगी।
IPO ओपन होने से पहले Interarch Building Products के शेयर ग्रे मार्केट में IPO के अपर प्राइस बैंड 900 रुपये से 322 रुपये या 35.78% के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। इस आधार पर शेयर 1222 रुपये के भाव पर लिस्ट हो सकते हैं। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं।
200 करोड़ के नए शेयर होंगे जारी
Interarch Building Products IPO में 200 करोड़ रुपये के 22 लाख नए शेयर जारी होंगे। साथ ही मौजूदा प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स की ओर से 44.48 लाख शेयरों तक का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। OFS की वैल्यू IPO के अपर प्राइस बैंड पर लगभग 400 करोड़ रुपये रहेगी। IPO में नए शेयरों को जारी करके हासिल होने वाल इनकम का इस्तेमाल कंपनी पूंजीगत खर्चों, सिस्टम अपग्रेड्स, वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
कंपनी प्री-इंजीनियर्ड स्टील बिल्डिंग्स के इंस्टॉलेशन और इरेक्शन के लिए डिजाइन, इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और ऑन साइट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के लिए इंटीग्रेटेड फैसिलिटीज की पेशकश करती है। IPO में 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।
बिजनेस और प्रॉफिटेबिलिटी, कच्चे माल और कंज्यूम किए गए कंपोनेंट की उपलब्धता और लागत पर निर्भर करती है। कच्चे माल की समय पर और पर्याप्त आपूर्ति में कोई रुकावट या कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं का कम इस्तेमाल और उनका इस्तेमाल और विस्तार करने में असमर्थता, बिजनेस पर प्रतिकूल असर डाल सकती है।
कच्चे माल की निर्बाध आपूर्ति के लिए सीमित संख्या में थर्ड-पार्टी सप्लायर्स पर निर्भर है और किसी भी सप्लायर के साथ निरंतर या एक्सक्लूसिव अरेंजमेंट नहीं है।
अधिकांश रेवेन्यू रिपीट ऑर्डर से आता है। रिपीट ऑर्डर में कोई भी बड़ी कमी, कारोबार और कैश फ्लो को प्रभावित कर सकती है। वित्त वर्ष 2024 में कुल रेवेन्यू में रिपीट ऑर्डर का योगदान 81% था।
मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज वर्तमान में तमिलनाडु और उत्तराखंड में केंद्रित हैं। कोई भी महत्वपूर्ण सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक या मौसमी व्यवधान, कारोबार को प्रभावित करेगा।
वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त कैश फ्लो, बिजनेस को प्रभावित करेगा।
रिसीवेबल्स कलेक्ट करने में असमर्थता और भुगतान में चूक से मुनाफा और कैश फ्लो प्रभावित हो सकता है।
वित्त वर्ष 2023 में इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स ने ऑपरेशंस से रेवेन्यू में 34.6% की वृद्धि दर्ज की और यह 1,123.93 करोड़ रुपये रहा। इससे पहले के वर्ष में कंपनी ने 834.94 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया था। रेवेन्यू में यह वृद्धि प्री-इंजीनियर्ड बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्ट्स और प्रोडक्ट सेल्स से बढ़े हुए रेवेन्यू, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में विस्तारित बिक्री और मार्केटिंग प्रेजेंस और नए क्षेत्रों में डायवर्सिफिकेशन के कारण हुई। वित्त वर्ष 2023 में इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 375.54% बढ़कर 81.46 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2022 में यह 17.13 करोड़ रुपये था।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।