JSW Infra IPO: जेएसडब्ल्यू ग्रुप (JSW Group) की एक और कंपनी मार्केट में लिस्ट होने की तैयारी कर रही है। ग्रुप की जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर (JSW Infrastructure) ने आईपीओ के लिए बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास ड्राफ्ट फाइल कर दिया है। सेबी के पास दाखिल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक इस आईपीओ के तहत 2800 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हो सकते हैं। ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत शेयरों के बिक्री की योजना नहीं है। आईपीओ के जरिए कंपनी जो पैसे जुटाएगी, उसका इस्तेमाल कर्ज चुकाने और निवेश में होगा। अब जेएसडब्ल्यू ग्रुप के लिस्टेड शेयरों की बात करें तो इसकी हेक्सा ट्रेडेक्स, जिंदल शॉ, जिंदल स्टील, जिंदल इंफ्रा लॉजिस्टिक्स, जिंदल स्टेनलेस, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, जेएसडब्ल्यू होल्डिंग्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, नालवा सन्स इनवेस्टमेंट्स और शालीमार पेंट्स मार्केट में लिस्ट हैं।
JSW Infra IPO के बारे में डिटेल्स
जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर के आईपीओ के तहत 2800 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके जरिए जुटाए गए 880 करोड़ रुपये का इस्तेमाल यह अपनी सब्सिडियरी जेएसडब्ल्यू धरमतर पोर्ट का कर्ज चुकाने और जेएसडब्ल्यू जयगढ़ पोर्ट में निवेश के लिए करेगी। दिसंबर 2022 के आंकड़ों के मुताबिक जेएसडब्ल्यू धरमतर पोर्ट पर 4303.90 करोड़ रुपये का कर्ज है। वहीं जेएसडब्ल्यू जयगढ़ पोर्ट में निवेश का इस्तेमाल इसके विस्तार और अपग्रेड में किया जाएगा। 868.03 करोड़ रुपये का इस्तेमाल एलपीजी टर्मिनल प्रोजेक्ट, 59.40 करोड़ रुपये का इलेक्ट्रॉनिक सब स्टेशन और 102.58 करोड़ रुपये का इस्तेमाल ड्रेजर की खरीदारी और इंस्टॉलेशन में होगा।
151.63 करोड़ रुपये को जेएसडब्ल्यू मंगलोर कंटेनर टर्मिनल में निवेश किया जाएगा और इससे कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतें पूरी की जाएंगी। इस इश्यू के लिए जेएम फाइनेंशियल, एक्सिस कैपिटल, क्रेडिट स्विस, डैम कैपिटल एडवाइजर्स, एचएसबीसी, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, कोटक महिंद्रा कैपिटल और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लीड मैनेजर्स हैं।
JSW Infra के बारे में डिटेस्स
जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर कार्गो हैंडलिंग, स्टोरेज सॉल्यूशन्स, लॉजिस्टिक्स सर्विसेज और अन्य वैल्यू एडेड सर्विसेज जैसी सर्विसेज मुहैया कराती है। कंपनी अपना विस्तार कर रही है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पोर्ट कंसेशन एग्रीमेंट के तहत यह पोर्ट और पोर्ट टर्मिनल को डेवलप करती है और मैनेज करती है। ये कंसेशन आमतौर पर 30 से 50 साल के लिए होते हैं तो ऐसे में कंपनी का रेवेन्यू लंबे समय तक बना रहता है। दिसंबर 2022 के आंकड़ों के मुताबिक यह देश में नौ पोर्ट कंसेशन्स हैंडल कर रही है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसका ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 1603.57 करोड़ रुपये से बढ़कर 2273.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। समान अवधि में नेट प्रॉफिट भी 284.62 करोड़ रुपये से उछलकर 330.44 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
कंपनी का अनुमान है कि जेएसडब्ल्यू ग्रुप की बाकी कंपनियों के कारोबार मजबूत होने से इसे भी फायदा मिलता रहेगा। जैसे कि जेएसडब्ल्यू स्टील वित्त वर्ष 2023 में अपनी क्षमता को सालाना 277 लाख टन से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2025 में 370 लाख टन सालाना करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसी तरह जेएसडब्ल्यू एनर्जी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2023 में 4.8 गीगावॉट से वित्त वर्ष 2025 में 10 गीगावॉट तक पहुंचना है। अब इन सबके कारोबार आगे बढ़ने पर जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर को उम्मीद है कि इससे उसके कार्गो बढ़ेंगे और नई जगहों पर इसकी पहुंच भी बढ़ेगी।