LIC का IPO आज खुल गया है। इससे पहले एंकर इनवेस्टर्स का पोर्शन सोमवार को पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। एंकर पोर्शन का 71 फीसदी हिस्सा म्यूचुअल फंडों को गया। विदेशी फंडों ने भी इस इश्यू में इनवेस्ट किया। एंकर इनवेस्टर्स को कुल 5.92 करोड़ शेयर एलॉट किए गए। इसमें से 4.21 करोड़ शेयर म्यूचुअल फंडों को एलॉट हुए।
ऐसे म्यूचुअल फंडों की लिस्ट बड़ी है, जिनके नाम एंकर बुक में शामिल नहीं हैं। दरअसल, कुल 28 म्यूचुअल फंड्स हैं, जो एंकर बुक का हिस्सा नहीं हैं। इनमें कुछ बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनियां हैं। इनमें डीएसपी म्यूचुअल फंड, मिराए एसेट मैनेजमेंट, एडलवाइज म्यूचुअल फंड, केनरा रोबैको म्यूचुअल फंड, मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड, पीपीएफएएस म्यूचुअल फंड और एलआईसी म्यूचुअल फंड शामिल हैं।
कुल 15 म्यूचुअल फंडों ने अपनी 99 स्कीमों के जरिए एलआईसी के आईपीओ में निवेश किया। कुल 21,000 करोड़ रुपये के इश्यू में से 5,627 करोड़ रुपये एंकर इनवेस्टर्स के जरिए जुटाए गए हैं। इनमें से म्यूचुअल फंडों का इनवेस्टमेंट 4,002 करोड़ रुपये है। इन्हें एलआईसी ने 949 रुपये के भाव पर शेयर एलॉट किए।
यह आईपीओ सभी तरह के इनवेस्टर्स के लिए 4 मई को खुल गया है। हालांकि, कंपनी ने इश्यू से ठीक पहले इसका आकार घटाने का फैसला किया। इसकी वजह स्टॉक मार्केट में कमजोरी है। यूक्रेन क्राइसिस और अमेरिका में इंटरेस्ट बढ़ने से विदेशी फंड्स इंडिया सहित उभरते मार्केट्स से पैसे निकाल रहे हैं। इसका असर स्टॉक मार्केट के सेंटिमेंट पर पड़ा है।
म्यूचुअल फंडों की तीन स्कीमों ने इस इश्यू में सबसे ज्यादा इनवेस्ट किए। इनमें एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड, आईसीआईसीआई वैल्यू डिस्कवरी और एसबीआई बैलेंडस्ड एडवॉन्टेज फंड शामिल है। एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड ने 9.2 फीसदी, आईसीआईसीआई वैल्यू डिस्कवरी ने 3.9 फीसदी और एसबीआई बैलेंस्ड एडवॉन्टेज ने 3.6 फीसदी हिस्सा इनवेस्ट किए।
कई बड़े विदेशी इनवेस्टर्स ने भी एलआईसी के आईपीओ में इनवेस्ट किया। इनमें गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर, गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल, बीएनपी इनवेस्टमेंट्स एलएलसी, मॉनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर और सोसायटे जनरल शामिल थे। इनके अलावा इनवेस्को इंडिया और सेंट कैपिटल फंड ने भी इस आईपीओ में निवेश किए।