Mankind Pharma IPO: कॉन्डोम और प्रेग्नेंसी किट बनाने वाली कंपनी मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma) आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। घरेलू बिक्री के मामले में देश की चौथी सबसे बड़ी और वित्त वर्ष 2022 में सेल्स वॉल्यूम के हिसाब से दूसरी सबसे बड़ी फार्मा कंपनी मैनकाइंड फार्मा इसी महीने यह आईपीओ ला सकती है। मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इसका आईपीओ 4200-4700 करोड़ रुपये का हो सकता है। अगर यह आईपीओ आता है तो ग्लैंड फार्मा के आईपीओ के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा फार्मा आईपीओ होगा। ग्लैंड फार्मा का 6480 करोड़ रुपये का आईपीओ नवंबर 2020 में आया था। बता दें कि सबसे पहले मनीकंट्रोल ने ही 28 अप्रैल 2022 को मैनकाइंड फार्मा की लिस्टिंग योजना का खुलासा किया था। सेबी के पास इसने सितंबर 2022 में ड्राफ्ट फाइल किया था।
ऑफर फॉर सेल का हो सकता है Mankind Pharma IPO
सूत्रों के मुताबिक मैनकाइंड फार्मा का इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) का हो सकता है। इस इश्यू के तहत कंपनी के शेयरहोल्डर्स 10 फीसदी हिस्सेदारी के शेयरों की ओएफएस के तहत बिक्री कर सकते हैं। इस इश्यू के जरिए प्राइवेट इक्विटी फर्म्स क्रिस कैपिटल और कैपिटल इंटनेशनल के साथ-साथ प्रमोटर्स और अन्य शेयरों की बिक्री कर सकते हैं। इश्यू का साइज कितना होगा, इस पर अगले कुछ दिनों में फैसला हो जाएगा। इस इश्यू को लेकर कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेफरीज, आईआईएफएल कैपिटल, एक्सिस कैपिटल और जेपी मॉर्गन जैसे इनवेस्टमेंट बैंक काम कर रहे हैं। वहीं शार्दुल अमरचंद मंगलदास, सेरिल अमरचंद मंगलदास, एजेडबी एंड पार्टनर्स और सिडले ऑस्टिन जैसे लॉ फर्मों की भी सेवाएं ली जा रही हैं।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
मैनकाइंड फार्मा प्रिस्क्रिप्शन मेडिसिन्स, ओटीसी प्रोडक्ट्स और वेटर्नियरी मेडिसिन बनाती है। इसके टॉप ब्रांड की बात करें तो प्रेगा न्यूज, मैनफोर्स, अनवांटेड-21, एक्नेस्टार, रिंगआउट, गैस-ओ-फास्ट और कब्जएंड के तहत अपने प्रोडक्ट्स की बिक्री करती है। कंपनी के वेबसाइट पर दी गई डिटेल्स के मुताबिक इसमें 14 हजार से अधिक कर्मी काम करते हैं और इसका कारोबार अमेरिका, श्रीलंका, कंबोडिया, केन्या, कैमरून, म्यांमार और फिलीपींस समेत 34 देशों में है। कंपनी के पोंटा साहिब (हिमाचल प्रदेश), सिक्किम, विजग और राजस्थान समेत 21 जगहों पर प्लांट हैं।
कंपनी का कारोबार मुख्य रूप से भारत में फैला हुआ है और वित्त वर्ष 2022 में इसे 97.60 फीसदी ऑपरेशनल रेवेन्यू यहीं से हासिल हुआ था। इसने फार्मा कारोबार में 36 ब्रांड्स तैयार किए हैं और इसके पास मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स (MR) का तगड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है। IQVIA रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 में देश के 80 फीसदी से भी अधिक डॉक्टर्स ने इसके फॉर्मूले की दवाइयों को लिखा।