Sula Vineyards IPO : भारत की सबसे बड़ी वाइन प्रोड्यूसर सुला विनेयार्ड्स को IPO के जरिये फंड जुटाने के लिए सेबी (Sebi) की मंजूरी मिल गई है। सुला का पब्लिक इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (offer for sale) होगा। Sula Vineyards ने इस साल जुलाई में अपना ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस फाइल किया था। कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी Sula Vineyards IPO के लिए कोऑर्डिनिटिंग लीड मैनेजर है। आईपीओ के बाद इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई में लिस्ट कराने का प्रस्ताव किया गया है।
कंपनी को सेबी से 3 नवंबर को ऑब्जर्वेशन लेटर मिला था। मार्केट रेगुलेटर के पास ड्राफ्ट रेगुलेटर 18 जुलाई, 2022 को जमा किया गया था।
OFS के तहत पेश किए जाने वाले इक्विटी शेयरों की फेस वैल्यू 2 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय की गई है। Kotak Mahindra Capital Company, CLSA India और IIFL Securities जैसी कंपनियां आईपीओ के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं, वहीं KFin Technologies ऑफर की रजिस्ट्रार है।
पहली वाइन कंपनी होगी लिस्ट
Sula Vineyards शेयर बाजार में लिस्ट होने वाली ऐसी पहली कंपनी होगी जो वाइन की मैन्युफैक्चरिंग करती है। वहीं, यह एल्कोहल और स्पिरिट सेगमेंट में IPO लाने वाली दूसरी कंपनी होगी। ऑफिसर्स चॉइस व्हिस्की बनाने वाली कंपनी एलॉइ़ड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स भी इसी साल IPO के लिए सेबी के पास पेपर जमा कर चुकी है।
सुला वित्त वर्ष 2009 से ही सेल्स वॉल्यूम और वैल्यू के लिहाज से भारतीय वाइन इंडस्ट्री में सबसे बड़ी वाइन प्रोड्यूसर, सेलर और मार्केट लीडर बनी हुई है। कंपनी ने 1996 में अपना पहला विनयार्ड बनाया था और पांच साल से भी कम वक्त में वह भारत में कई वाइन पेश करने वाली पहली कंपनी बन गई थी। कंपनी ने Sauvignon Blanc, Chenin Blanc, Zinfandel, Riesling, Red Sparkling जैसे कई ब्रांड पेश किए।
वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का रेवेन्यू 8.60 फीसदी बढ़कर 453.92 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष में 417.96 करोड़ रुपये के स्तर पर था। इस दौरान कंपनी का प्रॉफिट 3.01 करोड़ रुपये से बढ़कर 52.14 करोड़ रुपये हो गया था।